बिजनौर मे पुलिस प्रशासन फिर हुआ बेलगाम,आम आदमी के साथ पत्रकारों को भी कर रहा है प्रताड़ित-डॉ तारिक़ ज़की-(आईरा)
पत्रकारों के खिलाफ बिजनौर प्रशासन की कार्याशैली पर आईरा गंभीर
बिजनौर मे पुलिस प्रशासन फिर हुआ बेलगाम, आम आदमी के साथ पत्रकारों को भी कर रहा है प्रताड़ित
लखनऊ/बिजनौर- वर्षों से प्रशासनिक जंगलराज से त्रस्त बिजनौर जिले मे कुछ अधिकारियों ने कडे परिश्रम तथा अनुशासन के जरिये जिस जंगलराज से जिले को मुक्त किया था, वही जंगलराज एक बार फिर जिला बिजनौर मे फलता फूलता दिखाई पड रहा है । आम आदमी तो आम आदमी अब तो पत्रकारों को भी पुलिस नही बख्श रही है तथा आए दिन कवरेज के दौरान पत्रकारो से अभद्रता तथा फर्जी मुकदमों द्वारा चौथे स्तंभ का मनोबल तोडने का कार्य जिला बिजनौर प्रशासन की ओर से किया जा रहा है, पत्रकारों पर फर्जी आरोपो एव मुकदमों को आईरा इंटरनेशनल रिपोर्टर एसोसिएशन आईरा कभी बर्दाश्त नही करेगा तथा पत्रकारों के हितो के लिए जिला बिजनौर से लेकर लखनऊ तक, और जरूरत पडी तो प्रेस काउंसिल आफ इन्डिया से लेकर कोर्ट तक संघर्ष करेगा ।
उक्त विचार भारत एव विश्व के सबसे बडे पत्रकार संगठन आइरा इंटरनेशनल रिपोर्टर एसोसिएशन आईरा के प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार ए एस खान ने व्यक्त किये ।
वरिष्ठ पत्रकार तथा आईरा के प्रदेश अध्यक्ष ए एस खान तथा आईरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एम्बेसेडर डाक्टर तारिक़ ज़की बिजनौर के दौरे पर हैं ।
पिछले कुछ समय से बेलगाम बिजनौर पुलिस की कार्यशैली से जिला बिजनौर के पत्रकारों मे गहरा रोश व्याप्त है इसी क्रम मे आईरा के जिला अध्यक्ष फैसल खान को भी लगातार बिजनौर कोतवाली प्रभारी उदय प्रताप सिंह मुकदमे मे फंसाने की धमकी दे रहे हैं, सनद रहे कि उदय प्रताप सिंह पत्रकारों से खार खाए रहते हैं तथा इनका कथन है कि वे जहां जहां भी तैनात रहे उनहो ने हर जगहां पत्रकारों को हवालात की हवा जरूर खिलाई है ।
आईरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एम्बेसेडर डाक्टर मोहम्मद तारिक़ ज़की तथा प्रदेश अध्यक्ष ए एस ख़ान ने इस विशय पर जल्द ही ठोस कदम उठाने की बात कही है ।
एक संक्षिप्त वार्ता मे आईरा के प्रदेश अध्यक्ष ए एस ख़ान ने बताया कि जिला बिजनौर प्रशासन पहले काफी बदनाम था, किन्तु कुछ अधिकारियों ने अथाह परिश्रम एव सख्त निर्णय लेकर आम आदमी के दिलो मे प्रशासन के प्रति विश्वास बहाल करने का काम किया था जिसमे पूर्व कप्तान प्रभाकर चौधरी, तथा नीरज कुमार जादौन की कार्यशैली को आज भी बिजनौर की जनता याद करती है, किन्तु विगत कुछ समय से जिला बिजनौर प्रशासन फिर से उसी पुराने जंगलराज की ओर लौटता प्रतीत हो रहा है जिसपर लगाम लगनी बहुत जरूरी है ।