नीरज कुमार बिंद, उपखंड अधिकारी भेलूपुर वाराणसी ने ठेंगा दिखाते हुए बिना एस्टीमेट जमा किए, कॉरपोरेशन को लगभग 15 लाख के आर्थिक हानी का चूना लगाकर भ्रष्टाचार का नया तरीका अपनाया

वाराणसी । पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष के बहुमंजिला भवन के आदेश संख्या 1330 दिनांक 10.07.2024 को श्री नीरज कुमार बिंद, उपखंड अधिकारी भेलूपुर वाराणसी ने ठेंगा दिखाते हुए बिना एस्टीमेट जमा किए, कॉरपोरेशन को लगभग 15 लाख के आर्थिक हानी का चूना लगाकर भ्रष्टाचार का नया तरीका अपनाया
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में नगरी विद्युत वितरण खंड प्रथम भेलूपुर वाराणसी में कार्यरत श्री नीरज कुमार बिंद, उपखंड अधिकारी, भेलूपुर वाराणसी के द्वारा कारपोरेशन के आदेश संख्या 1330 दिनांक 13.7.2024 के बिंदु संख्या 01 में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि यदि कोई बिल्डिंग जी प्लस 4 की श्रेणी में है तो वह बहुमंजलि भवन माना जाएगा, बहुमंजली भवन होने से उक्त का लोड स्वीकृत होता है उसके पश्चात उक्त बहुमंजली भवन का ट्रांसफार्मर लगाकर विद्युत लाइन को ऊर्जीकृत किया जाता है किंतु नगरीय विद्युत वितरण खंड प्रथम वाराणसी के उपखंड अधिकारी श्री नीरज बिंद द्वारा मोटी मलाई लेकर अध्यक्ष महोदय के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए नियम विरुद्ध तरीके से बिना लोड कलकुलेशन किए एवं बिना ट्रांसफार्मर लगाए वज्र अपार्टमेंट में 9 केबल कनेक्शन निर्गत कर दिया गया है l
सूत्र बताते हैं कि एक ठेकेदार द्वारा दी गई मोटी मलाई को कुछ दिन रखने के बाद पुनः उसे वापस कर दिया गया, फिर उससे अधिक मोटी मलाई लेकर 09 केबल कनेक्शन बिना ट्रांसफार्मर लगाए निर्गत कर दिया गया l इसमें से 08 कनेक्शन थ्रीफेज के हैं एवं 01 कनेक्शन सिंगल फेज के हैं l
कारपोरेशन के आदेशानुसार सिंगल फेस के कनेक्शन की जिम्मेदारी अवर अभियंता की होती है एवं थ्री फेस के कनेक्शन की जिम्मेदारी उपखंड अधिकारी की होती है l
सूत्र बताते हैं की जोन प्रथम वाराणसी के मुख्य अभियंता भ्रष्टाचार की मोटी मलाई की चिकनाई में फिसलने की तैयारी में l
सूत्रों के अनुसार अधीक्षण अभियंता ने अधिशासी अभियंता की रिपोर्ट को धरासाई करने के खोल सारे सूत्र l
अब देखने वाली बात ये होगी की उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी एव उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष आशीष गोयल के भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने के सपने को कलंकित करने वाले भ्रष्टाचारियों एवं कॉरपोरेशन को लगभग 15 लख रुपए की आर्थिक हानि करने वाले भ्रष्टाचारी एवं कॉरपोरेशन के आदेश की धज्जियां उड़ाने वालों भ्रष्टाचारियों पर क्या कार्रवाई की जाती है।





