नेहटोर के प्रेमी द्वारा देहरादून में ट्रिपल मर्डर का खुलासाः
नेहटोर के प्रेमी द्वारा देहरादून में ट्रिपल मर्डर का खुलासाः
रिपोर्ट अमीन अहमद
प्रेमिका से पीछा छुड़ाने के लिए तीनों को मारा था; गद्दे में छुपा दी थी लाश
देहरादून उत्तराखंड
देहरादून के बड़ोवाला में ट्रिपल मर्डर मामले का पुलिस में 24 घंटे में खुलासा कर दिया है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी महिला का प्रेमी था। अपनी प्रेमिका से पीछा छुड़ाने के लिए आरोपी ने उसकी गला घोट कर हत्या कर दी।आरोपी इतना निर्दयी था कि उसने महिला की 8 महीने की एक बच्ची और 15 साल की एक दूसरी बेटी को भी मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद तीनों के शवों को फैक्ट्री के पीछे एक नाले में गद्दे में छुपा कर फेंक दिया।एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी हसीन पुत्र नसीम फरीदपुर, नहटोर जिला बिजनौर यूपी का रहने वाला है। जो देहरादून के बड़ोवाला में टिम्बर ली फर्नीचर फैक्ट्री में काम है, और तलाकशुदा है। उसका मृतका रेश्मा से पिछले 2 सालो से प्रेमप्रसंग चल रहा था। रेश्मा द्वारा आरोपी हसीन पर लगातार शादी करने और साथ रहने का दबाव बनाया जा रहा था। रेशमा हसीन से खर्चों के लिये पैसो की मांग करती रहती थी।जिससे परेशान होकर हसीन रेश्मा से पीछा छुड़ाना चाहता था। रेशमा लगातार उसे पर फोन और मैसेज के जरिए दबाव डालकर अपने साथ रखने की जिद कर रही थी। लेकिन आरोपी हसीन रेशमा को देहरादून में कमरा ढूंढने और बाद में बुलाने की बात कह कर टालता जा रहा था। रेशमा नहीं मानी और 23 जून को अपनी बेटी आयत (15 साल) और आयशा (8 माह) के साथ देहरादून पहुंच गई।रेशमा ने देहरादून पहुंचने पर आईएसबीटी से हसीन को फोन किया और वह अपनी बाइक से उसे लेने भी आया। लेकिन रेशमा को नहीं पता था कि वह उसकी हत्या का प्लान बन चुका है।हसीन उसे फैक्ट्री के पास ही अपने कमरे पर ले गया। जहां रात में सोते वक्त उसने पहले रेशमा का गला दबाकर हत्या की और फिर उसकी दोनों बेटियों को मौत के घाट उतार दिया। और तीनों के बॉडी को गद्दे में लपेटकर फैक्ट्री के पीछे सूखे नाले में फेंक दिया।घटनास्थल के आसपास सर्च अभियान के दौरान कुछ दूरी पर पुलिस को एक ब्लू डार्ट कम्पनी का नीले रंग का बैग मिला। वही एक रोडवेज बस का टिकट भी मिला जो नेहटौर से देहरादून का था। पुलिस ने इसकी छानबीन की। और कंपनी के कर्मचारियों से भी पूछताछ की।जहां पर ब्लू हार्ट कंपनी के दूसरे बैंक मिले।पुलिस को शक हुआ कि फैक्ट्री का ही कर्मचारी इसमें शामिल है। पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपी हसीन घबरा गया। पुलिस शक के आधार पर आरोपी हसीन को थाने ले आई। जहां शक्ति से पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।