जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने प्लेस ऑफ सेफ्टी मधुबन का किया औचक निरीक्षण
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने प्लेस ऑफ सेफ्टी मधुबन का किया औचक निरीक्षण
करनाल, 1 जुलाई। जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के चेयरमैन चंद्र शेखर ने कहा कि प्लेस ऑफ सेफ्टी मधुबन में बच्चों को नियमानुसार तमाम सुविधाएं मिलनी चाहिए तथा स्वच्छता और स्वास्थ्य पर विशेष फोकस रखना होगा।
सैशन जज एवं डीएलएसए के चेयरमैन चंद्रशेखर सोमवार को मधुबन प्लेस ऑफ सेफ्टी में बच्चों से बातचीत कर अधिकारियों से फीडबैक ले रहे थे। इससे पहले जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंद्रशेखर, सीजेएम एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव डॉ सविता कुमारी, मुख्य दंडाधिकारी सुधीर कुमार ने प्लेस ऑफ सेफ्टी मधुबन करनाल का औचक निरीक्षण किया और किशोर बंदियों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तृत फीडबैक ली। सैशन जज ने प्लेस ऑफ सेफ्टी में रह रहे बाल कैदियों से वार्तालाप की और उनको होने वाली परेशानियों के बारे में जाना।
उन्होंने बच्चों को स्वस्थ रखने और अपने आस-पास के वातावरण को साफ-सुथरा रखने के लिए भी जागरूक किया ताकि किसी भी प्रकार की बीमारी न फैले। उन्हें यह भी बताया गया कि यदि कोई बच्चा अपने आगे के अध्ययन में सुधार करना चाहता है तो वह जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण, करनाल से संपर्क कर सकता है। इस संबंध में स्टाफ को बच्चों के आवेदन अग्रेषित करने के निर्देश दिए गए।
अधीक्षक को बैरकों और पुस्तकालय में बच्चों / कैदियों के कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी स्थापित / प्रदर्शित करने का भी निर्देश दिया गया, ताकि बच्चों / कैदियों को कानूनी सेवायें प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के तहत बनाए गए नियम और कानून निर्धारित उनके कानूनी अधिकारों से अवगत कराया जा सके। कुछ कैदियों/बच्चों ने विभिन्न न्यायालयों में लंबित अपने मामलों की शीघ्र सुनवाई के लिए अनुरोध किया। स्टाफ को उनके आवेदनों को अग्रेषित करने का निर्देश दिया गया, ताकि मामला संबंधित न्यायालयों के ध्यान में लाया जा सके।
अधीक्षक को विशेष रूप से किशोर न्याय अधिनियम और उसके तहत बनाए गए नियमों के अस्तित्व और बच्चों / कैदियों के कल्याण के तहत गठित समितियों के अस्तित्व के बारे में भी अवगत कराया गया। उन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, करनाल की कार्यप्रणाली से भी अवगत कराया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा चेयरमैन ने हर एक कैदियों से वार्तालाप की और उनकी समस्याओं को सुना।