पार्कों के उचित रख-रखाव को लेकर निगमायुक्त हुए सख्त, वार्ड में मौजूद सभी पार्कों की देख-रेख करेंगे सम्बंधित कनिष्ठ अभियंता
पार्कों के उचित रख-रखाव को लेकर निगमायुक्त हुए सख्त, वार्ड में मौजूद सभी पार्कों की देख-रेख करेंगे सम्बंधित कनिष्ठï अभियंता, जिम्मेदारी की तय।
नगर निगम ने 157 पार्कों का लगाया टैण्डर, जेई रखें निगरानी, संतोषजनक कार्य न मिलने पर एजेंसी को करें ब्लैक लिस्ट- अभिषेक मीणा, निगमायुक्त।
करनाल 12 जुलाई, नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा शहर के पार्कों के उचित रख-रखाव को लेकर सख्त दिखाई दिए। इसे लेकर शुक्रवार को निगम अभियंताओं के साथ हुई बैठक में उन्होंने सभी कनिष्ठï अभियंताओं की जिम्मेदारी तय करते हुए निर्देश दिए कि वह सम्बंधित वार्ड में मौजूद सभी पार्कों की देख-रेख सुनिश्चित करेंगे।
उन्होंने निर्देश दिए कि पार्क की साफ-सफाई व बागवानी अपशिष्टï का समय पर उठान किया जाए। पार्को में सिविल कार्य, झूलों व ओपन एयर जिम की मरम्मत जैसे बुनियादी कार्य करवाए जाएं। उन्होंने सभी पार्कों का दौरा कर उनमें क्या-क्या कार्य करवाए जाने हैं, उनकी सूची तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कनिष्ठï अभियंताओं को एक माह का समय देते हुए कहा कि सभी पार्कों की साफ-सफाई, ठोस व बागवानी अपशिष्टï तथा सी एंड डी वेस्ट का उठान करवाया जाए, कहीं पर भी ऐसा वेस्ट दिखाई नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्कों से सम्बंधित सभी कार्यों को प्राथमिकता पर लेकर किया जाए, ताकि हमारे पार्क साफ-सुथरे दिखाई दें और नागरिकों को भी सुकून मिले। उन्होंने कहा कि किसी भी समय पार्कों का औचक निरीक्षण किया जा सकता है, कहीं पर भी खामी नहीं मिलनी चाहिए।
192 पार्कों का होगा उचित रख-रखाव- उन्होंने बताया कि नगर निगम के अधीन 192 पार्क हैं, इनमें से 11 पार्कों की मेन्टेनेन्स नगर निगम अपने स्तर पर कर रहा है तथा 24 पार्कों की देख-रेख रेजिडेंट वैल्फेयर एसोसिएशन द्वारा की जा रही है। इनके अतिरिक्त 157 पार्कों की मेन्टेनेन्स के लिए टैण्डर लगाया गया था, जो खुल गया है। जल्द ही सम्बंधित एजेंसी को वर्क ऑर्डर जारी कर दिया जाएगा। इसमें पार्कों की उचित साफ-सफाई, नलाई, गुढाई, कटाई, छंटाई, घास कटिंग तथा बागवानी अपशिष्टï का उठान शामिल है। इन कार्यों पर नगर निगम अनुमानित 1 करोड़ 31 लाख रुपये की राशि खर्च करेगा। उन्होंने कर्ण कैनाल पर मौजूद 11 पार्कों की देख-रेख भी अच्छे से करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सम्बंधित कार्यकारी अभियंताओं को निर्देश दिए कि वह एजेंसी से कार्य योजना सब्मिट करवाएं, कि वह किस पार्क में कितनी लेबर लगाएगा। इसके अतिरिक्त सुपरवाईजर व लेबर के नाम तथा सम्पर्क नम्बर की सूची भी ली जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी पार्कों की उचित निगरानी की जाए, अगर कहीं पर खामी मिले तो एजेंसी को तुरंत नोटिस जारी करें। अगर फिर भी कार्य संतोषजनक नहीं पाया जाता, तो उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया जाए।
पार्कों में लगाएं मौसमी फूल- बैठक में निगमायुक्त ने अभियंताओं को निर्देश दिए कि बरसाती सीजन चल रहा है, पार्कों में मौसमी फूल लगाए जाएं, ताकि पार्क हरे-भरे व सुंदर दिखाई दें। उन्होंने बताया कि इस वर्ष नगर निगम ने 8 हजार नए पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था, जिसमें से दौ हजार लग चुके हैं, शेष पौधे जल्द से जल्द लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि शनिवार को वन महोत्सव कार्यक्रम के तहत पार्कों में पौधारोपन किया जाए।
आर.डब्ल्यू.ए. देख-रेख के लिए लें पार्क- निगमायुक्त ने शहर की रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन से अपील करते कहा कि वह अपने क्षेत्र में मौजूद पार्कों की देख-रेख के लिए उन्हें नगर निगम से ले सकती हैं। इसके लिए वह नगर निगम कार्यालय में प्रार्थना पत्र दे सकते हैं। इसके लिए उन्हें सरकार की ओर से निर्धारित 4 रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से पेमेंट भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त जिन आर.डब्ल्यू.ए. ने पहले से कुछ पार्क लिए हुए हैं और वह अन्य पार्क भी देख-रेख के लिए लेना चाहते हैं, तो वह भी ले सकते हैं।
उन्होंने नागरिकों से भी अपील करते कहा कि यह उनके अपने पार्क हैं, इन्हें साफ-सुथरा रखें। पार्क में मौजूद फूल-पौधे, बैंच, झूलें व ओपन एयर जिम इत्यादि को किसी प्रकार का नुकसान न पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि पार्कों को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने में नगर निगम का सहयोग करें।