पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक होने की सबसे ज्यादा जरुरत: डॉ. सुरेश मल्होत्रा

पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक होने की सबसे ज्यादा जरुरत: डॉ. सुरेश मल्होत्रा
करनाल
महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल के हर्बल पार्क में विश्व पर्यावरण दिवस पर माननीय कुलपति डॉ. सुरेश मल्होत्रा ने पौधारोपण किया गया। पौधारोपण में विश्वविद्यालय के अधिकारियों, वैज्ञानिकों व स्टाफ सदस्यों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया।
विश्व पर्यावरण दिवस पर बोलते हुए कुलपति डॉ. सुरेश ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक होने की सबसे ज्यादा जरुरत है। शुद्ध वातावरण मानव जीवन के लिए कितना आवश्यक हैं, इसको सभी को समझना होगा। प्राकृतिक संसाधनों के अत्याधिक दोहन पर रोक लगानी होगी ताकि आने वाली पीढ़ी शुद्ध हवा में सांस ले सकें। आज के समय ग्लोबल वार्मिंग के संदर्भ में विश्व पर्यावरण दिवस और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। क्योंकि आजकल देश और विश्व के अनेक भागों में प्राकृतिक आपदा लोगों की तकलीफ का बहुत बड़ा विषय बना हुआ है। इसलिए आओ हम सब प्रण करें कि हम पर्यावरण दिवस, केवल आज ही नहीं, बल्कि सदैव बन मनाएंगे। हम जगह जगह वृक्ष लगाएंगे जिसमें फलदार जैसे आम, जामून, शहतूत, बेलपत्थर छायादार वृक्ष जैसे पीपल, नीम, बरगद एवं अन्य वृक्ष शामिल हे। नदियों को नदियां की तरह बहने दें, नदियां को गंदा नाला नहीं बनाएंगे। प्रकृति से उतना ही लेंगे, जितनी हमें आवश्यकता है ताकि आने वाली भावी पीढ़ी इस पृथ्वी पर शुद्ध पानी, भोजन और हवा के साथ जीवन जी सकें। उन्होंने कहा कि सभी को बढ़चढ़ कर पौधारोपण करना चाहिए ओर लगाया गए पौधों की तब तक देखभाल करनी चाहिए, जब तक पौधा वृक्ष न बन जाए। यह भी जरुरी नहीं कि जमीन पर ही पौधे लगाए, आसपास गमलों में भी पौधे लगा सकते हैं, घर के आसपास के वातावरण को भी हरा भरा बनाकर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अहम योगदान दे सकते है।
विश्वभर में प्रदूषण की समस्या बढ़ी: डा. सुरेश
कुलपति ने बताया कि विश्वभर में प्रदूषण की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही हैं, बढ़ते प्रदूषण के कारण प्रकृति पर संकट मंडरा रहा है। प्रकृति जीवों को जीवन जीवन जीने के लिए हर जरुरी चीजे उपलब्ध कराती हैं। अगर प्रकति प्रभावित होगी तो जीवन भी प्रभावित होगा। यही बड़ी वजह है कि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाता है ओर प्रकृति को प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रेरित किया जाता है। मौके पर ईओ सुरेश सैनी, औषधीय एवं सुंगधीय मसाला एवम पौध विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।





