जैपोर ने गुवाहाटी में “कारीगरी की कहानी” का किया आयोजन
: भारतीय हैंडलूम की धरोहर को सलाम
यह भारतीय कला और कारीगरी का जश्न मनाने वाला एक फेस्टिव कलेक्शन था, अब जैपोर की आगामी कलेक्शंस में पूर्वोत्तर डिजाइन को शामिल करने की योजना है
गुवाहाटी, 9 नवम्बर 2024 : आदित्य बिरला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड के तहत आने वाले हस्तनिर्मित और शिल्पकला उत्पादों के प्रमुख क्यूरेटर, जैपोर ने हाल ही में गुवाहाटी स्थित अपने स्टोर में हस्तशिल्प के विशेष इवेंट “कारीगरी की कहानी” का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में कपड़ों, आभूषण और घरों की खूबसूरती में चार-चांद लगाने वाले होम डेकोर प्रॉडक्ट्स का फेस्टिव कलेक्शन पेश किया गया। जैपोर का यह आयोजन परंपरागत कलाओं की खूबसूरती और त्योहारों के उत्साह का एक खूबसूरत संगम था। इस खास मौके पर जैपोर ने हस्तशिल्प से तैयार कलाकृतियों का एक खूबसूरत संग्रह पेश किया है, जो भारतीय हथकरघा उद्योग की सुंदरता की कहानी सुनाता है।
जैपोर के गुवाहाटी में स्थित स्टोर में कदम रखते ही आप भारतीय हस्तकला की विरासत में डूब जाएंगे। यहां भारतीय कला और संस्कृति की विशेष पहचान के रूप में खास हस्तशिल्प उत्पाद और आभूषण मिलेंगे। इस संग्रह में आपको विभिन्न पारंपरिक कला रूपों जैसे कपड़ों पर हाथ से बने प्रिंट्स ( हैंड ब्लॉक प्रिंट्स) इकत, अजरख, गोटा पट्टी और शिबोरी जैसे सदाबहार हस्तशिल्प से लैस कपड़ों का कलेक्शन मिलेगा। इसके अलावा यहां ट्राइबल सिल्वर, कुंदन और भारतीय मंदिरों की वास्तुकला से प्रभावित शानदार और खूबसूरत गहनों का कलेक्शन भी मिलेगा। यह संग्रह ब्रांड के हाथ से बुने और हैंडलूम के कपड़ों से और भी खास बन गया है। यह कलेक्शन इस क्षेत्र की पारंपरिक हैंडलूम की कला का सम्मान है। कंपनी की नीति और सिद्धांतों के अनुसार जैपोर भारतीय कारीगरों की शानदार कला और शिल्प की कहानियों को शानदार तरीके से पेश करता है, जिससे यह त्योहार पर सभी जरूरी चीजों की खरीदारी के लिए वन स्टॉप डेस्टिनेशन बन जाता है। यहां आप त्योहार के लिए सभी तरह की शॉपिंग कर “कारीगरी की कहानी” का उत्सव मना सकते हैं।
आदित्य बिरला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड में एथनिक बिजनेस के सीईओ श्री सूरज भाट ने कहा, “हमें जैपोर की विरासत और आधुनिक खूबसूरती का बेमिसाल संगम गुवाहाटी के लोगों के सामने पेश करने में बेहद खुशी हो रही है। हमें इस क्षेत्र से काफी शानदार रेस्पांस मिला है। यह असम की शानदार कारीगरी की तारीफ का जीता-जागता सबूत है। जैपोर का मकसद हथकरघा उद्योग से जुड़े पारंपरिक कारीगरों का लगातार समर्थन करना और उन्हें बढ़ावा देना है। इसके साथ ही प्राचीन शिल्प में नई जान फूंकना है।”
गुवाहाटी की समृद्ध परंपरा को सम्मानित करते हुए, जैपोर अपने आगामी कलेक्शंस में पूर्वोत्तर के हस्तशिल्प के तत्वों को शामिल करने की योजना बना रहा है। यह क्षेत्र की मशहूर हैंडलूम बुनाई और प्राकृतिक डिजाइनों से प्रेरित होंगे। असम और पूर्वोत्तर क्षेत्र अपने हाई क्वॉलिटी के मूंगा सिल्क, एरी सिल्क और बांस और बेंत के शानदार और खूबसूरत प्रॉडक्ट्स के लिए काफी मशहूर हैं। जैपोर की डिज़ाइन टीम, जिसका नेतृत्व क्रिएटिव हेड मिस राधिका छाबड़ा कर रही हैं, स्थानीय कारीगरों के सहयोग से काम करने करने के लिए उत्साहित है ताकि पूर्वोत्तर क्षेत्र की कला की खूबसूरती को अपने प्रॉडक्ट्स में शामिल किया जा सके।
मिस छाबड़ा ने कहा, “असम और समूचे पूर्वोत्तर की जिंदादिल और जीवंत हैंडलूम संस्कृति प्रेरणा का अनमोल खजाना है। हम इन शानदार और समृद्ध पारंपरिक कला रूपों को जैपोर के डिज़ाइनों में शामिल करने के लिए बेहद उत्साहित है, जिससे हम न सिर्फ भारत की विविधता का जश्न मना सकें, बल्कि पूर्वोत्तर क्षेत्र की कारीगरी की खबसूरती को दुनिया के सामने पेश कर सम्मानित कर सकें।”
गुवाहाटी में आयोजित यह कार्यक्रम हस्तशिल्प का सही मायनों में असली जश्न था। कार्यक्रम में मौजूद मेहमानों के सामने अपने हुनर में माहिर कारीगरों ने अपनी कला का लाइव प्रदर्शन किया। इससे मेहमानों ने हर कलाकृति को बनाने में शामिल जटिल प्रक्रियाओं का काफी नजदीकी से अनुभव किया। कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण पारंपरिक भारतीय बाघ प्रिंटिंग कला थी, जिसे पुरस्कार विजेता कारीगर मोहम्मद कज़ीम खत्री ने पेश किया। इस कला में हाथ से बने लकड़ी के ब्लॉक्स का उपयोग करके कपड़ों पर जटिल और आकर्षक डिज़ाइन बनाए जाते हैं। प्राकृतिक रंगों और जटिल डिज़ाइन बनाने में माहिर खत्री को अपने शानदार काम के लिए दुनिया भर में पहचान मिली है। उनके प्रदर्शन ने मेहमानों को प्राचीन ब्लॉक प्रिंटिंग तकनीक को देखने का अनोखा नजरिया प्रदान किया। इससे उन्होंने भारत की समृद्ध शिल्प कला को पारिभाषित करने के कौशल और समर्पण को लोगों के सामने पेश किया।
जैपोर का गुवाहाटी स्टोर ब्रांड के तेजी से बढ़ते रिटेल नेटवर्क का हिस्सा है। जैपोर की योजना इस वर्ष के अंत तक 30 और स्टोर्स खोलने की है। ब्रांड का लगातार विस्तार इस बात का सबूत है कि ब्रांड भारतीय हस्तशिल्प और पारंपरिक कला के विभिन्न रूपों तक अपने उपभोक्ताओं की पहुंच ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसका उद्देश्य भारतीय कारीगरी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना है, ताकि देशभर के विभिन्न क्षेत्रों के पारंपरिक हस्तशिल्प को सपोर्ट किया जा सके।
जैपोर ने विस्तार जारी रखा है और यह ब्रांड भारत की अनमोल सांस्कृतिक विरासत का उत्सव मना रहा है। ब्रांड ने “कारीगरी की कहानी” की तलाश और भारत के कारीगरों और उनकी अनोखी कारीगरी को सम्मानित करने के लिए गुवाहाटी के लोगों को इस त्योहारी उत्सव का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया।