असम के यूरोलॉजिस्ट डॉ. अरूप कुमार नाथ की प्रमुख उपलब्धियां। डॉ. अरूप कुमार नाथ द्वारा देश की पहली रक्तजनित किडनी शेड सफल सर्जरी।
असम के यूरोलॉजिस्ट डॉ. अरूप कुमार नाथ की प्रमुख उपलब्धियां।
डॉ. अरूप कुमार नाथ द्वारा देश की पहली रक्तजनित किडनी शेड सफल सर्जरी।
पंकज नाथ, असम, 2 अक्टूबर :
असम के कामरूप महानगर जिले में सोनापुर स्थित यूरोलॉजी और किडनी रोग संस्थान (IUKD) ने हाल ही में एक ऐतिहासिक सफलता के साथ भारत में किडनी कैंसर सर्जरी का एक नया मानक स्थापित करने में सक्षम हुआ है। यूरोलॉजी और किडनी रोग संस्थान ने गर्व से भारत के पहले सफल शून्य इस्केमिक लेप्रोस्कोपिक द्विपक्षीय आंशिक नेफ्लेक्टोमी को पूरा करने की उपलब्धि हासिल किया है । यह पता चला है कि इस प्रक्रिया में एक अत्याधुनिक थुलियम फाइबर लेजर तकनीक का उपयोग किया गया है। दुनिया में दुर्लभ इस उच्च स्तरीय पद्धति को पहली बार सोनापुर के किडनी अस्पताल में एक मरीज के मामले में सफलतापूर्वक किया गया है। जिस रोगी के दोनों किडनी में कैंसर और आक्रामक लिवर सिरोसिस का पता चला था और यह एक जटिल और दुर्लभ चिकित्सा समस्या है। अस्पताल के मुख्य प्रबंध निदेशक और मुख्य यूरोलॉजी विशेषज्ञ लेजर मैन ऑफ इंडिया नाम से प्रसिद्ध यूरोलॉजिस्ट डॉ. अरूप कुमार नाथ के नेतृत्व में यह विशेष सर्जरी सम्पन्न हुआ था । डॉ. अरूप कुमार नाथ के नेतृत्व में, इस सफल सर्जिकल टीम में विशेषज्ञ डॉक्टर डॉ. बरुण कुमार, एमएसएमसीएच, डीएनबी (यूरोलॉजी), स्टोन क्लिनिक के प्रमुख डॉ. अनूप दत्ता बरुआ, एमएस, डीएनबी (यूरोलॉजी), कैंसर क्लिनिक के प्रमुख डॉ. देबजीत बैश्य, एमएसएमसीएच (यूरोलॉजी), मेन्स स्वास्थ्य क्लिनिक के प्रमुख डॉ. सुमित काबरा, एमएस, एमसीएच (यूरोलॉजी), वह किडनी प्रत्यारोपण विभाग के प्रमुख और डॉ बिनंद पातिर (ऐनाशठेसिया और आपातकालीन उपचार के प्रमुख) से बने थे। उल्लेखनीय है कि शून्य इस्केमिक विधि सर्जरी के दौरान निरंतर रक्त प्रवाह को बनाए रखकर गुर्दे के पूर्ण कार्य को संरक्षित करती है। थुलियम फाइबर लेजर के उपयोग के लिए अधिक सटीकता, रक्तस्राव में कमी, तेजी से आरोग्य और सिलाई के बिना सर्जरी पूरा करके किडनी कैंसर के इलाज में एक नई क्रांति की शुरुआत किया है। यह न केवल असम के सोनापुर में किडनी अस्पताल की व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि इसने किडनी-कैंसर के इलाज के मामले में भारत को विश्व मानचित्र पर रखा है। थूलियम फाइबर लेजर और शून्य इस्केमिक विधियों का संयोजन गुर्दे के कैंसर सर्जरी के भविष्य का प्रतिनिधित्व करता है। अत्याधुनिक थुलियम फाइबर लेजर के प्रयोग के साथ सिलाई के बिना एक ही रोगी के दोनों गुर्दे के दो कैंसर ट्यूमर के संचालन में इस सफलता को चिकित्सा विज्ञान में अद्वितीय कौशल के साथ कैंसर सर्जरी में एक क्रांतिकारी प्रयास का सुनहरा परिणाम माना गया है। अस्पताल के मुख्य प्रबंध निदेशक और मुख्य यूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. अरूप कुमार नाथ ने कहा है कि सोनापुर का यह किडनी अस्पताल उत्कृष्टता के नए मानकों को स्थापित करने और देश भर के रोगियों के लिए सर्वोत्तम उपचार सुनिश्चित करने में सफल रहा है और आगे इसके इस धारा को कायम रखने के लिए वे निरंतर कोशिश जारी रखेंगे ।