नई दिल्ली. IPO को लेकर इन दिनों खूब चर्चा में चल रही LIC ने शुक्रवार को बताया कि चालू वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में उसका मुनाफा 258 गुना बढ़ गया. दिसंबर तिमाही में उसे 234.9 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है, जबकि पिछले वित्त वर्ष (2020-21) की इसी तिमाही में 90 लाख रुपये का लाभ हुआ था.
यही नहीं, LIC का बीमा कारोबार भी तेजी से बढ़ा है. एलआईसी को पहले साल के प्रीमियम के आधार पर दिसंबर 2021-22 तिमाही में 8748.55 करोड़ रुपये का प्रीमियम मिला है. यह पिछले साल की इसी तिमाही में 7957.37 करोड़ रुपये था. रिन्युअल प्रीमियम दिसंबर 2021-22 तिमाही में 56,822.49 करोड़ रुपये रहा, जो बीते साल इसी तिमाही में 54,986.72 करोड़ रुपये था. बता दें कि देश की सबसे बड़ी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी का आईपीओ आने वाला है.
अलग-अलग रिपोर्ट से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एलआईसी के मुनाफे में तेज उछाल की वजह उसके द्वारा बदली गई नीति है. एलआईसी ने फंड्स री-डिस्ट्रिब्यूशन पॉलिसी में बदलाव किया, जिसके चलते इसके मुनाफे में तेज उछाल आया. अगर 9 महीने के मुनाफे की बात करें तो एलआईसी का शुद्ध मुनाफा अप्रैल-दिसंबर 2021 में सालाना आधार पर करीब 232 गुना बढ़ गया है. अप्रैल-दिसंबर 2020 में एलआईसी को 7.08 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था, जबकि चालू वित्त वर्ष के शुरुआती नौ महीने में शानदार 1,642.78 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ.
IPO को ग्रीन सिग्नल दे चुकी है SEBI
बाजार नियामक SEBI एलआईसी के IPO को मंजूर कर चुकी है. हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं की गई है. मार्केट रेगुलेटर के पास दायर ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक, सरकार LIC के IPO के तहत 31 करोड़ से अधिक इक्विटी शेयर बेचेगी. इश्यू का एक हिस्सा एंकर निवेशकों के लिए आरक्षित होगा. साथ ही, इश्यू साइज का 10 फीसदी तक पॉलिसीधारकों के लिए रिजर्व होगा.