करनाल-हरियाणा

इफको द्वारा गांव बोहली में खेत दिवस का आयोजन

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इफको द्वारा गांव बोहली में खेत दिवस का आयोजन
करनाल, 27 सितंबर। इफको करनाल द्वारा गांव बोहली में नैनो उर्वरक जागरुकता अभियान के अन्तर्गत खेत दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वैज्ञानिक डॉ. वी के मीणा, व एन. डी. आर. आई. से के. वी. के. मुख्य अतिथि रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता इफको के उप महाप्रबंधक (कु से) डॉ. देवीदयाल ने की।
कार्यक्रम में इफको के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक डा निरंजन सिंह ने इफको नैनो यूरिया प्लस के महत्त्व के बारे में किसानों से विस्तार से चर्चा की उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया की 500 एमएल की एक बोतल दानेदार यूरिया के एक 45 किलो के बोरे के बराबर कार्य करती है व इसका प्रयोग फसलों पर स्प्रे के रूप में किया जाता है। इसलिए इसकी प्रयोग क्षमता परम्परागत यूरिया से अधिक है। पौधे पत्तों व तने के माध्यम से इसको अवशोषित कर लेते हैं। यूरिया की तरह नैनो यूरिया भूमिगत जल, जमीन व वातावरण को प्रदूषित नहीं करता । उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया जहां यूरिया का विकल्प तो है ही साथ ही इससे पैदावार में बढ़ोतरी होती है।

डॉ. देवीदयाल ने पारंपरिक उर्वरकों की तुलना में नैनो उर्वरकों के उपयोग और इसके लाभों के बारे में चर्चा की। नैनो डी ए पी के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने बताया की नैनो डी ए पी भी परंपरागत डीएपी का विकल्प है व यह भी फसलों की उत्पादकता बढ़ाने में कारगर है। यह परंपरागत डीएपी से सस्ता है। किसानों को सभी प्रकार की फसलों की बुआई से पहले इफको नैनो डीएपी 5 एमएल एवं तरल कंसोर्टिया 10 एमएल प्रति किलो बीज की दर से बीज उपचार करने की सलाह देते हुए उन्होंने बताया कि इससे उगाव जल्दी होता है, फुटाव अच्छा होता है तथा पौधे की शुरुआती बढ़वार अच्छी होती है। नैनो डीएपी 500 मिली एक एकड़ में प्रयोग होता है, जो 250 मिली मात्रा बीज (5 मिली प्रति किलो बीज) या कंद, पनीरी, पौध (5 मिली प्रति लीटर पानी) में इस्तेमाल होगा व बचा 250 मिली 100 लीटर पानी में मिलाकर 30-35 दिन की फसल पर स्प्रे करना है। उन्होंने बताया कि इफको द्वारा नैनो उर्वरको के छिडक़ाव के लिये ड्रोन की सुविधा भी किसानों को उपलब्ध करवाई जा रही है जहां किसान अपने खेत में ड्रोन से स्प्रे करवा सकते हैं। वैज्ञानिक ने किसान के खेत पर लगे नैनो उर्वरकों के प्रदर्शन प्लाट पर भ्रमण कर नैनो उर्वरकों के लाभ का अवलोकन किया। धनंजय त्रिपाठी, टी एम ई इफको एम सी ने इफको एम सी के कृषि रसायनों पर चर्चा की। कार्यक्रम में 60 किसानों ने भाग लिया।

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