धामपुर मे ट्रैफ़िक ड्रामा: ‘ई-रिक्शा’ बनी बसंती और दरोगा जी बने धरम पाजी!
धामपुर का ट्रैफ़िक ड्रामा: ‘ई-रिक्शा’ बनी बसंती और दरोगा जी बने धरम पाजी!
धामपुर (बिजनौर)।
ट्रैफ़िक नियमों का पालन कराने निकले धामपुर के ट्रैफ़िक पुलिस के जांबाज़ सब-इंस्पेक्टर अरविंद कुमार तिवारी बुधवार सुबह नगीना चौराहे पर चेकिंग कर रहे थे। तभी एक बिना नंबर की मिनी मेट्रो ई-रिक्शा आ धमकी। दरोगा जी ने ‘आज तो पकड़कर ही मानेंगे’ वाला मूड बनाया और हाथ देकर रोकने की कोशिश की।
शुरुआत में लगा जैसे रिक्शा चालक ने ‘आओ सनम’ कहकर गाड़ी रोक दी हो, लेकिन अगले ही पल उसने ‘जाओ सनम’ स्टाइल में स्पीड बढ़ा दी। बस फिर क्या था! दरोगा जी भी ‘शोले’ के धरम पाजी की तरह दौड़ पड़े। मगर किस्मत ने दगा दे दिया—रिक्शा छूटा और दरोगा जी सड़क पर धड़ाम से आ गिरे।
यह दृश्य किसी कॉमेडी फ़िल्म से कम नहीं था। आसपास खड़े लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो गए और मोबाइल कैमरे ऑन कर दिए। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर ताबड़तोड़ वायरल है।
बताया जा रहा है कि दरोगा जी को मामूली चोट आई है, लेकिन असली चोट उनकी ‘इज़्ज़त’ को लगी है। घटना ने यह साफ़ कर दिया कि ट्रैफ़िक नियमों से पंगा लेना आसान नहीं—कभी वाहन भाग जाता है तो कभी पुलिस वाले!
सड़कें केवल गाड़ियों से नहीं, इमोशन्स से भरी होती हैं। अगली बार किसी ई-रिक्शा को रोकने से पहले दरोगा जी दो बार सोचेंगे और हम सबको भी ट्रैफ़िक नियमों का पालन करना चाहिए, वरना कहीं ‘तेज़गति’ हमें भी न मिल जाए।