“बिरयानी” नहीं, इंतकाल में सिर्फ काली दाल की खिचड़ी बनेगी-राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन तेली
“खिचड़ी से रिश्तेदारी तक… अब समाज सुधार की कोशिश करेगी भारतीय किसान यूनियन तेली !”
कोतवाली/बिजनोर 16 सितंबर 2025 – को कोतवाली देहात स्थित यामीन उस्मानी के निवास स्थान पर भारतीय किसान यूनियन तेली की बैठक कुछ यूं रही मानो पंचायत नहीं, बल्कि समाज सुधार की सुपर काउंसिल हो। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष हकीम मोहम्मद अकरम तेली को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया और उन्होंने मंच से ऐलान किया—“अब बिरयानी नहीं, इंतकाल में सिर्फ काली दाल की खिचड़ी बनेगी।”
इतना ही नहीं, यूनियन अब “रिश्ता सेवा केंद्र” भी खोलेगी। बेटा-बेटी के बायोडाटा फोटो सहित जमा होंगे और संस्था बनेगी मैचमेकर। यानी यूनियन अब ट्रैक्टर के साथ-साथ शादी-ब्याह की गाड़ी भी खींचेगी।
अध्यक्ष हकीम मोहम्मद अकरम तेली ने शिक्षा पर ज़ोर देते हुए कहा कि चाहे सुखी रोटी खानी पड़े, लेकिन बच्चों को पढ़ाना ज़रूरी है, तभी समाज और मुल्क आगे बढ़ेगा। साथ ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की नई टीम भी घोषित की गई, जिसमें उपाध्यक्ष से लेकर सचिव तक की लंबी फेहरिस्त सामने आई।
मीटिंग में कार्यकर्ताओं ने वादा किया कि खेतों में अत्याचार नहीं होने देंगे और संगठन में अनुशासन बनाए रखेंगे। बैठक का संचालन रईस उस्मानी और अध्यक्षता यामीन उस्मानी ने की, जबकि मंच पर शमीम सैफी, मोहम्मद सलीम, मोहम्मद अख्तर तेली, मोहम्मद जीशान, डॉ. अकबर, कफील मलिक और अन्य ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
किसान यूनियन अब सिर्फ खेत-खलिहान तक सीमित नहीं, बल्कि रसोई से लेकर रिश्तेदारी तक समाज को “संवारने” का बीड़ा उठा चुकी है।