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धनुषभंग के साथ हुईं सिया – राम की, लक्ष्मण – परशुराम संवाद से लोग हुए रोमांचित

धनुषभंग के साथ हुईं सिया – राम की, लक्ष्मण – परशुराम संवाद से लोग हुए रोमांचित

  • सुल्तानपुर घोष में धनुष टूटते ही सियावर रामचंद्र की जय के नारों से गूंजायमान हुआ वातावरण
  • रविवार की रात्रि निकली राम बारात
  • आगामी 24, 25 एवं 26 नवंबर को होगा विशाल मेला

फतेहपुर। खागा तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा – सुल्तानपुर घोष में चल रही सनातन रामलीला में तीसरे दिन धनुष भंग एवं लक्ष्मण – परशुराम संवाद का आयोजन हुआ है तथा रविवार को राम बारात की यात्रा निकाली गई एवं आज राम वनवास एवं केवट संवाद की लीला का आयोजन होगा।
बताते चलें कि श्री सनातन रामलीला कमेटी सुल्तानपुर घोष में शनिवार की रात्रि को मंचन के तीसरे दिन भगवान श्री राम तथा भाई लक्ष्मण द्वारा संध्या वंदन का कार्यक्रम किया गया। जिसके पश्चात धनुष यज्ञ तथा लक्ष्मण-परशुराम संवाद का मंचन किया गया। जनकपुर के राज दरबार में सीता स्वयंवर का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें देश-देशांतर के राजा-महाराजाओं को आमंत्रित किया गया जिसमें राजा जनक का संदेश सुनकर सभी राजाओं द्वारा धनुष भंग करने के लिए अपना दम-खम दिखाते हुए असफल प्रयास किए गए इससे राजा जनक बहुत दुखी हुए और विलाप करते हुए कहने लगे कि शायद धरती वीरों से विहीन हो गई है। अब सीता का विवाह किससे होगा? यह सुनते ही लक्ष्मण जी क्रोधित हो गए और राजा जनक से कहा कि महाराज शायद आपको यह ज्ञात नहीं है कि आपकी सभा में सूर्यवंशी, रघुवंशी प्रभु श्रीराम बैठे हैं, आप ऐसा कहकर हमारे सूर्यवंश का अपमान कर रहे हैं जो हमें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगा। अंत में प्रभु श्रीराम जी के समझाने पर लक्ष्मण जी शांत हुए और गुरु विश्वामित्र जी की आज्ञा पाकर भगवान श्रीराम जी ने शिव धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाकर झट से तोड़ दिया और देवलोक से देवताओं द्वारा पुष्पवर्षा कर मंगलकामना की गई। इसी के साथ माता सीता ने प्रभु श्रीराम जी के गले में वरमाला पहनाई और लोगों ने सियावर रामचंद्र की जय के देर तक जयकारे लगाए। वहीं यह जानकारी परशुराम को प्राप्त होते ही पूरे रामलीला मैदान में परशुराम की गर्जना से सन्नाटा पसर गया। इसके पश्चात लक्ष्मण-परशुराम संवाद ने वहां उपस्थित लोगों को रोमांचित कर दिया।
शनिवार को आयोजित हुई विशेष लीला प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए नामचीन कलाकारों द्वारा आयोजित की गई। मुख्य रूप से पाठ करने वालों में से भगवान राम का अभिनय रजनीश तिवारी (बांदा), लक्ष्मण का अभिनय अभिषेक तिवारी एवं अमन (कानपुर नगर), परशुराम का अभिनय प्रदीप पाण्डेय (कानपुर), रावण का अभिनय रीशू सिंह, बाणासुर का अभिनय गणेश तिवारी, जनक का अभिनय सत्य प्रकाश अवस्थी, विश्वामित्र का अभिनय अरुण सिंह एवं कॉमिक कलाकार पेटू राजा का अभिनय सुरेश पाण्डेय ने किया। धनुष यज्ञ कमेटी के संरक्षक श्यामू तिवारी, अध्यक्ष अरुण तिवारी (डब्लू) एवं कोषाध्यक्ष दुर्गेश द्विवेदी (पिंटू) ने सभी का आभार प्रकट किया। वहीं रामलीला कमेटी अध्यक्ष सुनील जायसवाल (गुड्डू), उपाध्यक्ष संजय द्विवेदी, कोषाध्यक्ष प्रमोद पाल (गांधी), महामंत्री आदर्श सिंह, संरक्षक सदस्य राजन तिवारी (पत्रकार) एवं सभी पदाधिकारियों ने सफल आयोजन की बधाई दी। इसी कड़ी में मेला अध्यक्ष ब्रजेश तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने आम जनमानस से अपील किया है कि आगामी 24, 25 एवं 26 नवंबर को गांव में भव्य मेला का आयोजन किया गया है जिसमें उपस्थित होकर मेले को सफल बनाएं।

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