AIRA NEWS NETWORK – अतीत के संघर्ष की स्मृति व शहीदों के सम्मान व्यक्त करने का पवित्र अवसर स्वतंत्रता दिवस है।आज 75 वां स्वतंत्रता दिवस “अमृत महोत्सव”के रूप में राष्ट्र मना रहा है।यह जिम्मेदारी व अपने कर्तव्यों तथा महापुरूषों के पवित्र सिद्धांतों को आत्मसात करने का अवसर है।विश्व के सबसे बड़े व शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक व्यवस्था के मूल्यों का हमारा देश नेतृत्व करता है।
स्वाधीनता संग्राम से लेकर स्वतंत्रता व पवित्र संविधान निर्माण तक व वर्तमान परिदृश्य में भी अंत्योदय व सर्वोदय उपागम, समावेशी व सतत विकास के सिध्दांतो का पालन करते हुये समाज के पंक्ति के अंतिम छोर में खड़े व्यक्ति तक मूलभूत सुविधाओं की पहुंच सुनिश्चित करना हमारी नीतियों का सिध्दांत है।राष्ट्र का सशक्तिकरण का संबंध प्रत्यक्ष रूप से नागरिकों के सशक्तिकरण से है।बेहतर नियोजन व प्रतिबध्दता के साथ चहुंमुखी विकास का संगीतमय कलरव गान अपने लय में है।
जरूरत है युवा शक्ति सृजनात्मक कौशल को सदैव जोड़ने का प्रयास करते रहें।आज तकनीकी बढ़ रही है।हमारे गांव भी “मॉडल गांव” की तरफ अग्रसर हैं जो आत्मनिर्भरता व स्वावलम्बन का प्रतीक है।गत वर्ष कोविड जैसे वैश्विक आपदा की लहर में कोरोना वॉरियर्स ने देश के चिकित्सा संसाधनों का बेहतर प्रबंधन कौशल से नागरिकों की सुरक्षा का दायित्व निभाया है।विपरीत परिस्थिति में भी संघर्ष का जज्बा हमें विरासत में मिला है।यही कारण है वैश्विक दृष्टिकोण से दिन-प्रतिदिन प्रत्येक क्षेत्र में सफलता के नये मानक देश स्थापित कर रहा है।भारत युवाओं का देश है।युवा शक्ति हमारी उन्नति का माध्यम है।ओलंपिक में मेडल की सौगात वास्तव में गौरवान्वित क्षण संपूर्ण राष्ट्र के लिये रहा है।अपने कर्त्तव्यों व दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करने वाले सभी लोगों को नमन है क्योंकि यही विशेषता हमारी वैश्विक पहचान है।विश्व में जहां भी भारतीय रहते हैं, अपने राष्ट्र की संस्कृति को संवर्धन करने का कार्य करते हैं।
लोकतांत्रिक व्यवस्था का उच्च आयाम नैसर्गिक दृष्टिकोण से ही संभव है।आइये,सृजनात्मक शक्ति के संवर्धन का उत्प्रेरक बन कर सशक्त राष्ट्र के निर्माण में सहभागी बनें व अपने कर्त्तव्य व दायित्वों का निर्वहन करें ताकि स्वतंत्रता के वास्तविक व सार्थक उद्देश्य को दिन-प्रतिदिन सशक्त बनाते रहें।आजादी की अमृत बूंदों से अपने व्यक्तित्व को सिंचित करना है, यूं ही सब साथ मिलकर आगे बढ़ते रहना है।