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बागियों को कांग्रेस ने दिखाया सजा के तौर पर बाहर का रास्ता

बागियों को कांग्रेस ने दिखाया सजा के तौर पर बाहर का रास्ता

नई दिल्ली/भोपाल
रितेश सिन्हा।
कांग्रेस ने टिकट बंटवारे के बंदरबांट के बाद चुनाव से पूर्व बागियों को समेटने की कोशिशों में जुटी पार्टी ने 39 बागियों के प्रति सख्त रुख अपनाते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया। नाम वापसी की आखिरी दिन के बाद, ये पहली बड़ी कार्यवाही प्रदेश स्तर पर की गई है। इससे पहले कांग्रेस बागियों को मनाने में जुटी थी। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही प्रमुख दलों में बागियों ने नीद हराम कर दी है। इन 39 बागियों को प्रदेश अध्यक्ष कार्यालय से 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया गया, जिनमे 5 बसपा की टिकट से, 4 समाजवादी की टिकट पर, 1 आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर, बाकी 29 निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन कर मैदान में डटे हैं।

दोनों ही दल अपनी सरकार बनाने के लिए लगातार प्रयत्नशील है मगर इन बागियों के चक्कर में किसकी सरकार आगामी विधानसभा के परिणाम आने पर बनती दिखती है यह वक्त ही बताएगा। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने एक्शन लेते हुए कई बागी प्रत्याशियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के नामांकन वापसी का समय खत्म होने के 24 घंटे बाद कांग्रेस ने बड़ा एक्शन लिया है। ये सभी कांग्रेस से बगावत करके निर्दलीय प्रत्याशियों के तौर पर चुनावी मैदान में उतर गए हैं। अब पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के आदेश पर इन सभी बागी नेताओं को तत्काल प्रभाव से कांग्रेस से 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया गया है।

कांग्रेस के बागियों में मुख्य रूप से महू से कांग्रेस के 1998 से 2000 तक दो बार विधायक रहे अंतर सिंह दरबार और आलोट और सांवेर से विधायक और लोकसभा सांसद रहे प्रेमचंद गुड्डू भी शामिल हैं। बेटी से भी विवाद के चलते प्रेमचंद गुड्डू ने दिया था इस्तीफा।

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे को इस्तीफा भेज कमलनाथ और दिग्विजय पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

उन्होंने कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने आपस में ही पूरे टिकट बांटकर अपने समर्थकों को दे दिए। कांग्रेस में पट्ठावाद हावी हैl
प्रेमचंद गुड्डू की पुत्री को कांग्रेस ने सांवेर से अपना प्रत्याशी बनाया है इसी के चलते गुड्डू कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं थे।

दमोह जिले की छप्पन जवेरा से महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष और जिला पंचायत रजनी ठाकुर जिन्हे 25000 से अधिक वोट मिले थे, उनको बिठाने में कमलनाथ और दिग्विजय कामयाब रहे। आदिवासी बाहुल्य सीट में रजनी आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं। देखना है कि इतनी बगावत के बाद कांग्रेस बहुमत का आंकड़ा जुटा भी पाएगी इसके कयास लग रहे हैं।

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मध्य प्रदेश कांग्रेस ने 39 बागियों को 6 साल के लिए किया निष्कासित…

  1. श्योपुर दुर्गेश नंदिनी निर्दलीय
  2. सुमावली कुलदीप सिंह सिकरवार बीएसपी
  3. पोहरी प्रद्युमन वर्मा बीएसपी
  4. गुना हरिओम खटीक निर्दलीय
  5. जतारा आर.आर.बंसल(वंशकार) सपा
  6. निवाड़ी रजनीश पटेरिया निर्दलीय
  7. खरगापुर अजय सिंह यादव निर्दलीय
  8. खरगापुर प्यारेलाल सोनी आप
  9. महाराजपुर अजय दौलत तिवारी सपा
  10. चंदला पुष्पेन्द्र अहिरवार सपा
  11. छतरपुर दीलमणि सिंह बी.एस.पी.
  12. मलहरा डॉ. करण सिंह लोधी निर्दलीय
  13. हटा अमोल चौधरी सपा
  14. हटा भगवानदास चौधरी बी.एस.पी.
  15. पवई रजनी यादव सपा
  16. नागोद यादवेन्द्र सिंह,पूर्व विधायक बी.एस.पी.
  17. सेमरिया दीवाकर द्विवेदी निर्दलीय
  18. देवतालाब सीमा जयवीर सिंह सपा
  19. पुष्पराजगढ़ नर्मदा सिंह निर्दलीय
  20. मुड़वारा संतोष शुक्ला निर्दलीय
  21. बरगी जयकांत सिंह वीबीपी
  22. सीहोरा डॉ.संजीव वरकड़े निर्दलीय
  23. डिंडोरी रूदेश परस्ते निर्दलीय
  24. बालाघाट अजय विशाल बिसेन निर्दलीय
  25. गोटेगांव शेखर चौधरी निर्दलीय
  26. आमला सदाराम झारबड़े निर्दलीय
  27. शमशाबाद राजकुमारी केवट निर्दलीय
  28. भोपाल उत्तर आमीर अकील निर्दलीय
  29. भोपाल उत्तर नासीर इस्लाम निर्दलीय
  30. सुसनेर जीतू(जीतेन्द्र) पाटीदार निर्दलीय
  31. कालापीपल चतुर्भुज तोमर निर्दलीय
  32. पानसेमल रमेश चौहान निर्दलीय
  33. जोबट सुरपाल अजनार निर्दलीय
  34. धरमपुरी राजूबाई चौहान निर्दलीय
  35. धार कुलदीप सिंह बुंदेला निर्दलीय
  36. महू अंतरसिंह दरबार निर्दलीय
  37. बड़नगर राजेन्द्र सिंह सोलंकी निर्दलीय
  38. आलोट प्रेमचंद गुड्डू,पूर्व सांसद निर्दलीय
  39. मल्हारगढ़ श्यामलाल जोकचंद निर्दलीय
  40. बहोरीबंद शंकर महतो सपा
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