यारी मे गद्दारी, चाँद रुपयों के लालच मे दोस्त ने ही कर दी दोस्त की हत्या
जसपुर /उत्तराखंड (रिज़वान अहसन ),,,, बाबू राम नामक शख्स के पास 500-500 के नोट देखकर रुपयों के लालच में उसके जिगरी दोस्त ने अपने घर में ही धारदार चाकू से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार को सायं करीब 07 बजे 112 के माध्यम से बिजली घर के पास शव मिलने की सूचना पर जसपुर पुलिस मौके पर पहुंची। शव की शिनाख्त बाबूराम सिंह पुत्र स्व सुखन सिंह निवासी निवारमंडी थाना जसपुर उम्र- 37 वर्ष के रुप में हुई। मौके पर पंचायातनामा की कार्यवाही कर मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया था । मौके पर फोरंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्यो का संकलन कर सुरागरसी पतारसी की गई थी । उक्त हत्या के सम्बन्ध में मृतक के भाई महेन्द्र सिंह की तहरीर के आधार पर कोतवाली जसपुर में धारा–103(1) बीएनएस के अंतर्गत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद ऊधमसिंहनगर मणिकांत मिश्रा द्वारा घटना का संज्ञान लेकर घटना के अनावरण के लिए पुलिस अधीक्षक महोदय काशीपुर अभय प्रताप सिंह व क्षेत्राधिकारी काशीपुर दीपक सिंह के नेतृत्व में कोतवाली जसपुर से सुरागरसी पतारसी , साक्ष्य संकलन, पोस्टमार्टम, सीसीटीवी फुटेज आदि के लिए 05 टीमों का गठन किया गया। आज सुबह मुखबिर की सूचना पर भगवन्तपुर तिराहे से राजेश उर्फ राजा को गिरफ्तार कर इसके कब्जे से मृतक का मोबाईल फोन, मृतक की जैब से निकाले 4780 रुपये बरामद कर उसकी निशानदेही पर उसके मकान का निरीक्षण किया गया तो मकान के अन्दर चारपाई, फर्श, जीने, छत पर मृतक का खून लगा हुआ था। अभियुक्त के खून लगे कपडे, दरी, औऱ मृतक के जूते खून से सने मकान के अन्दर मिले। घटना मे प्रुयुक्त खून से सना हुआ धारधार चाकू भी राजा के मकान से बरामद किया गया । मौके पर फोरंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्यो को कब्जे मे लिया गया। पकडे गये अभियुक्त राजेश उर्फ राजा ने बताया कि वो मकान में अकेला रहता था उसके माता पिता की मृत्यु हो चुकी है औऱ भाई अलग अलग रहते है औऱ वह हलवाई का काम करता था। राजेश ने बताया कि मृतक बाबूराम सिंह उसका दोस्त था औऱ उसके घर पर आता जाता रहता है , कई बार घर पर उसके साथ ही सो जाया करता था।
सोमवार शाम 06 बजे करीब बाबूराम बिजली घर के पास घूमता हुआ मिला जिसके बाद दोनो साथ में राजेश के घर पर चले गये। राजेश के घर पर जाने के बाद बाबूराम सो गया था। रात में 11-12 बजे के आसपास बाबूराम की आंख खुली थी तो बाबूराम ने अपना पर्स निकालकर 500 का नोट राजेश को देते हुए कहा जा मेरे लिए खाना लेकर आ। बाबूराम के पर्स में 500 -500 के नोट देखकर राजेश की नियत खराब हो गई और वो बाबूराम से पैसै मांगने लगा। इस बात पर दोनो का आपस में झगडा होने लगा। गुस्से में आकर राजेश ने घर से चाकू उठाकर चारपाई पर बैठे बाबूराम के गले पर चला दिया । चाकू लगने के बाद बाबूराम जीने से छत की तरफ भागा, जिसके पीछे –पीछे राजेश चाकू लेकर भागा डर के कारण बाबूराम मकान की दीवार पकडकर लटक कर नीचे कुद गया जिसके पीछे पीछे बाबूराम चाकू लेकर दीवार से नीचे कुद गया औऱ नीचे उतरकर राजेश ने दुबारा से बाबूराम का गला रेत दिया और गला रेतकर पास पडे रेत के ढेर में बाबूराम को दबाने का प्रयास किया। बाद में राजेश अपने घर में आया औऱ एक चादर लेकर दुबारा गया और बाबूराम के नीचे चादर डालकर , बाबूराम के पाँव चादर के कौने से बाँधकर घसीटते हुए दुसरी तरफ खाल प्लाट में ले गया। उसके बाद राजेश ने मृतक बाबूराम के पर्स से 6-7 हजार रुपये निकाले औऱ वहाँ से अपने घर में आकर अपने खून से सने कपडे, बाबूराम के जूते, चाकू आदि को चारपाई पर पडी दरी में लपेटकर बाथरुम के अन्दर छुपाकर रख दिया । ओर अपने लोवर से पूरे घर में लगा खून साफ किया औऱ घटना के बाद घर पर ताला लगाकर भाग गया । हत्या के बाद साक्ष्यों को छुपाने के अपराध के कारण मुकदमा उपरोक्त में धारा 238 बीएनएस की बढ़ोतरी की गई।
पुलिस के मुताबिक जानकारी करने पर जानकारी हुई कि सोमवार को बाबूराम ने अपने खाते 10,000 हजार रुपये निकाले थे । उन्ही रुपये में से बचे हुए 6-7 हजार रुपये पाने के लिए राजेश ने धारधार चाकू से गला रेतकर बाबूराम की हत्या की। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली जसपुर जगदीश सिंह ढकरियाल, वरिष्ठ उपनिरीक्षक जावेद मलिक,
उपनिरीक्षक गोविन्द सिंह मेहता, उपनिरीक्षक सुशील कुमार, उपनिरीक्षक संजय सिंह, उपनिरीक्षक ललित दीगारी, कांस्टेबल अरुण कुमार, कांस्टेबल अशोक पँवार कांस्टेबल समीर चौहान, कांस्टेबल सुरेश टम्टा,
एसओजी कांस्टेबल भूपेन्द्र आर्य, होमगार्ड दिक्षित