मैढ कुल के आदि पुरुष श्री श्री 1008 हस्तिनापुर नरेश महाराज अजमीढ जी की जयंती मनाई गई।

मैढ कुल के आदि पुरुष श्री श्री 1008 हस्तिनापुर नरेश महाराज अजमीढ जी की जयंती मनाई गई।
—————————————-‘—-‘
धामपुर—मोहल्ला खातियान स्थित शिव मंदिर मैढ सभा ( सुनारो वाले मन्दिर )मे विगत वर्षो की भांति इस वर्ष भी महिला कमेटी द्वारा हस्तिनापुर नरेश महाराजा अजमीढ जी की जयंती श्रद्धा पूर्वक तथा हर्ष उल्लास के साथ मनाई गई।

मंदिर परिसर में स्थापित अजमीढ जी की, प्रतिमा पर माल्या अर्पण करके,– दीपमाला वर्मा कमलेश वर्मा उमा वर्मा सुमन वर्मा द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके सरस्वती वंदना की ।
इस अवसर पर उमा वर्मा ने अजमीढ जी महाराज के जीवन परिचय पर विचार व्यक्त करते हुए बतलाया की पौराणिक अनुश्रुतियो के अनुसार त्रेता युग में चंद्र वंश की 28वी पीढ़ी में महाराज हस्ती के पुत्र अजमीढ जी ने हस्तिनापुर पर राज्य किया । तत्पश्चात उन्होंने अजमेर शहर बसाकर मेवाड़ की नींव रखी महाराज हस्ती के जेष्ठ पुत्र होने के कारण हस्तिनापुर तथा प्रयाग दोनों राज्यों के उत्तराधिकारी बने।
मैढ जाति के क्षत्रिय स्वर्णकार इन्हें अपना आदि पुरुष तथा पूर्वज मानते हैं महापुरुषों के बताएं मार्ग का अनुसरण किया बिना कोई भी समाज उन्नति नहीं कर सकता।
इस अवसर पर समाज की वरिष्ठ महिला उर्मिला वर्मा को मंदिर की महिला कमेटी की महिलाओं द्वारा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया तथा महिलाओं द्वारा भजन संध्या तथा हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया
इस अवसर पर दीपमाला वर्मा बीना वर्मा ,कमलेश वर्मा रुक्मणी वर्मा सोनी वर्मा सुमन वर्मा उमा वर्मा, बीना माहेश्वरी, रेखा कात्यायन, सीमा सिन्हा, सोमवती प्रेमवती उर्मिला तथा अन्य महिलाएं उपस्थित रही।
अंत में प्रसाद वितरित किया गया तथा कार्यक्रम को सफल बनाने में नरेश वर्मा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
अमित शर्मा तहसील प्रभारी





