फर्जी तरीके से चल रहे श्यामलता अल्ट्रासाउंड सेंटर को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया सील तो वही सिद्धार्थ अल्ट्रासाउंड सेंटर को मौके पर बंद पाए जाने पर नोटिस देकर मांगा जवाब
फर्जी तरीके से चल रहे श्यामलता अल्ट्रासाउंड सेंटर को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया सील तो वही सिद्धार्थ अल्ट्रासाउंड सेंटर को मौके पर बंद पाए जाने पर नोटिस देकर मांगा जवाब
चिकित्सक के फर्जी डॉक्यूमेंट लगा अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालित करने की शिकायत
जिलाधिकारी ने टीम गठित कर कराई जांच
आईरा न्यूज मैनपुरी ब्यूरो अमन कुमार
बेवर/मैनपुरी – कस्बे में परचून की दुकान की तरह चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटर की चिकित्सक ने उसके फर्जी कागजात लगाकर संचालन करने की शिकायत की है। जिलाधिकारी ने प्राप्त शिकायत और पूर्व की शिकायतों के आधार पर टीम का गठन कर गुरुवार को कस्बे में अल्ट्रासाउंड सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई की। टीम की कार्रवाई से कस्बे में हड़कंप रहा। मामले के अनुसार डॉक्टर माधवी वर्मा पत्नी डॉक्टर राकेश कुमार निवासी पायनियर ग्रीन सिटी सिंघपुर थाना कल्याणपुर जनपद कानपुर ने बेवर थाने, जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजकर उनके फर्जी कागजात लगाकर बेवर के जीटी रोड पर सिद्धार्थ अल्ट्रासाउंड सेंटर के नाम से अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालन करने की शिकायत की है।
शिकायतकर्ता गाइनकोलॉजिस्ट का कहना है कि बिना उनकी जानकारी में फर्जी तरीके से कागजात लगाकर 18 महीने से उक्त अल्ट्रासाउंड सेंटर का संचालन किया जा रहा था। जब केंद्र संचालक पर पति राकेश डॉक्टर राकेश ने फोन कर मामले की जानकारी करनी चाहिए तो संचालकों ने उन्हें घूमाने का प्रयास किया और उनके डॉक्यूमेंट के बदले मोटी रकम अदा करने की बात कही। मामले में चिकित्सक ने अल्ट्रासाउंड के मालिक व कर्मचारियों पर डॉक्यूमेंट के गलत इस्तेमाल करने को लेकर कार्रवाई की मांग की है। वहीं गुरुवार को चिकित्सक की शिकायत पर जिलाधिकारी ने टीम गठित की जिसमें एसडीएम नितिन कुमार, पीएसपीएनडीटी एक्ट के नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉक्टर सुरेंद्र राव, पीएसपीएनडीटी एक्ट की जिला कोऑर्डिनेटर डॉ सीमा रानी शाक्य, लिपिक संतोष कुमार वर्मा ने कस्बा पहुंचकर सिद्धार्थ अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच की। मौके पर अल्ट्रासाउंड सेंटर बंद पाए जाने पर टीम ने नोटिस जारी कर संचालक को वैध कागजात व अन्य चीजों के संबंध में जवाब मांगा है। मामले में कोऑर्डिनेटर डॉ सीमा रानी शाक्य ने बताया कि अन्य शिकायतों पर अस्पताल तिराहा स्थित डॉ श्यामलता हॉस्पिटल में संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच की गई जहां मौके पर एक महिला का अल्ट्रासाउंड करते हुए पाया गया लेकिन मौके पर कोई रेडियोलॉजिस्ट व टेक्नीशियन नहीं मिला है जिसके चलते डॉक्टर श्यामलता हॉस्पिटल में संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील किया गया है। मामले में जिलाधिकारी के निर्देश पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। आगे भी फर्जी तरीके से अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालन करने पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।