प्लेस ऑफ सेफ्टी, मधुबन का औचक निरीक्षण
प्लेस ऑफ सेफ्टी, मधुबन का औचक निरीक्षण
करनाल, 27 सितंबर। किशोर बंदियों को दी जा रही सुविधाओं की निगरानी के लिए जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के चेयरपर्सन चंद्रशेखर एवं रजनीश कुमार, डॉ विवेक गोयल, मोहित अग्रवाल, राम अवतार पारीक अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण की सचिव इरम हसन और सुयेशा जावा प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने प्लेस ऑफ सेफ्टी, मधुबन का औचक निरीक्षण किया।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंद्रशेखर ने प्लेस ऑफ सेफ्टी में रह रहे बाल कैदियों से वार्तालाप की और उनको होने वाली परेशानियों के बारे में जाना। उन्होंने उन्हें परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता को स्वयं परखा। बच्चों को स्वस्थ रहने और अपने आस-पास के वातावरण को साफ-सुथरा रखने के लिए भी जागरूक किया ताकि किसी भी प्रकार की बीमारी न फैले।
उन्होंने बताया कि यदि कोई बच्चा अपने आगे के अध्ययन में सुधार करना चाहता है तो वह जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण से संपर्क कर सकता है। इस संबंध में स्टाफ को बच्चों के आवेदन अग्रेषित करने के निर्देश दिए गए। अधीक्षक को बैरकों और पुस्तकालय में बच्चों / कैदियों के कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी स्थापित / प्रदर्शित करने का भी निर्देश दिया गया, ताकि बच्चों / कैदियों को कानूनी सेवाएं प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के तहत बनाए गए नियम और कानून निर्धारित उनके कानूनी अधिकारों से अवगत कराया जा सके। कुछ कैदियों/बच्चों ने विभिन्न न्यायालयों में लंबित अपने मामलों की शीघ्र सुनवाई के लिए अनुरोध किया। स्टाफ को उनके आवेदनों को अग्रेषित करने का निर्देश दिया गया, ताकि मामला संबंधित न्यायालयों के ध्यान में लाया जा सके।
उन्होंने अधीक्षक को विशेष रूप से किशोर न्याय अधिनियम और उसके तहत बनाए गए नियमों के अस्तित्व और बच्चों / कैदियों के कल्याण के तहत गठित समितियों के अस्तित्व के बारे में भी अवगत कराया। उन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, करनाल की कार्यप्रणाली से भी अवगत कराया गया। उन्होंने सभी कैदियों से वार्तालाप कर उनको हो रही परेशानियों के बारे में पूछा। किसी भी तरह की असुविधा अगर बाल कैदियों को हो रही है तो उस बारे में जानकारी प्राप्त की। साथ ही साथ सभी न्यायाधीशों ने प्लेस ऑफ सेफ्टी के सभी बच्चों को मोटिवेशनल बुक्स एवं अन्य पढ़ने योग्य किताबें जो कि जीवन में उनको आगे बढ़ाने के लिए प्रेरणादायक एवं लाभप्रद साबित हो सकती हैं, बांटी और कहा कि इन किताबों को पढ़ें व इनसे प्रेरणा लें और जीवन में आगे बढ़ें। इस अवसर पर सभी न्यायाधीशों ने प्लेस ऑफ सेफ्टी के प्रांगण में पौधे लगाए और बच्चों को महत्वपूर्ण संदेश दिया कि वह पर्यावरण को बचाने में अपना भी महत्वपूर्ण योगदान दे।