पत्रकार सुरक्षा कानून को पुलिस थाना चौकिया में चशपा करने का कष्ट करे-आईरा प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़– पत्रकार सुरक्षा कानून को पुलिस थाना चौकिया में चशपा करने का कष्ट करें इस कानून की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है आइरा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत वर्मा ने छत्तीसगढ़ के डीजीपी से मांग किया है
राजनंदगांव पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय संगठन आईरा इंटरनेशनल रिपोर्टर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत वर्मा ने छत्तीसगढ़ के डीजीपी से मांग किया है कि पत्रकार सुरक्षा कानून से संबंधित एक ब्रोशर थाना एवं चौकिया में लगाए जाए क्योंकि छत्तीसगढ़ में हिंदुस्तान के पहले पत्रकार सुरक्षा कानून की कुछ दुर्भावना से प्रेरित पुलिस वाले इस कानून का जमकर मखोल उड़ा रहे हैं राजनांदगांव जिले के टप्पा में विगत दिनों दो पत्रकारों पर जान लेवा हमला हुआ था उसकी विधिवत्त शिकायत स्थानी चौकी में भी दर्ज कराई गई घटना के एक पखवाड़े बाद भी अब तक उस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है जब इस संबंध में पुलिस से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि गवाह लाइए सवाल यह है कि जिस जगह अपराधिक प्रवृत्ति के लोग हैं खनन माफिया मौजूद है वहां पत्रकार अकेले हैं वहां गवाही कौन देगी इसी तरह लालबाग थाना अंतर्गत विगत दिनों जिले के एक वरिष्ठ पत्रकार से ढाबे में असामाजिक तत्व के द्वारा जान से मारने की कोशिश किया गया उस मामले में भी पुलिस का हिल हवाला रवैया नजर आया जबकि इस मामले में जिले के एसपी ने कड़ी कार्रवाई करने के लिए संबंधित थाने को निर्देश दे दिया था मतलब कुल मिलाकर इस घटना का सारांश यह है कि पत्रकारों का जो भी मामला आएगा उस पर तत्काल कार्यवाही नहीं होगा जबकि पत्रकार सुरक्षा कानून में स्पष्ट प्रावधान है और यह कानून पूर्ण संसाधन से परिपूर्ण है या खुद डीजीपी आईजी के निगरानी में है उसके बावजूद भी खाकी वर्दी इसका जमकर मखौल उड़ा रही है कभी-कभी तो पुलिस वाले पत्रकारों को ही गुंडा साबित करने की कोशिश कर रही है पत्रकार सुरक्षा कानून को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए एक बार पुन इसकी समीक्षा करने के लिए जल्द ही आईरा संगठन प्रदेश स्तरीय बैठक आहूत करेगा एवं आगे की रणनीति तैयार करेगा