तिबड़ी गौशाला में पत्रकार प्रवेश पर रोक – क्या छिपाना चाहते हैं प्रधान और सचिव?
🛑 तिबड़ी गौशाला में पत्रकार प्रवेश पर रोक – क्या छिपाना चाहते हैं प्रधान और सचिव?
✍ संवाददाता – AIRA News | बिजनौर
बिजनौर की तिबड़ी ग्राम पंचायत स्थित गौशाला में चल रहे कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार की आशंकाओं के बीच AIRA News Network के अधिकृत रिपोर्टर द्वारा किए जा रहे निरीक्षण को गौशाला प्रशासन ने रोक दिया।
मौके पर मौजूद गौशाला के कर्मचारी मुंशी ने स्पष्ट रूप से कहा:
“अंदर जाना है तो जिलाधिकारी की परमिशन लेकर आओ।”
अगर अंदर आये तो गौमाता को ज़हर देने का आरोप लगा कर रिपोर्ट दर्ज करवा देंगे
वहीं ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव ने भी गौशाला के अंदर प्रवेश और कवरेज से इनकार कर दिया।
❖ सवाल ये उठता है:
क्या सरकारी धन और जनता के टैक्स से चल रही गौशाला को पत्रकार नहीं देख सकता?
बेसहारा गायों की स्थिति को जानने से प्रशासन क्यों डर रहा है?
क्या पत्रकार का निरीक्षण कोई अपराध है?
❖ प्रेस की आज़ादी पर हमला?
भारत का संविधान अनुच्छेद 19(1)(a) के तहत प्रेस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी देता है।
जब गौशाला जनता के हित में, सरकारी बजट से और लोक सेवा के नाम पर चलाई जा रही है —
तो वहाँ निष्पक्ष मीडिया कवरेज को रोकना न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन है, बल्कि यह दर्शाता है कि कहीं न कहीं बड़े घोटाले को छुपाया जा रहा है।
🗣 AIRA NEWS NETWORK इस रोक की कड़ी निंदा करता है और जिला प्रशासन से मांग करता है कि:
- पत्रकारों को निरीक्षण की स्वतंत्र अनुमति दी जाए
- तिबड़ी गौशाला की संपूर्ण ऑडिट और जांच कराई जाए
- दोषी ग्राम प्रधान, सचिव एवं गौशाला कर्मचारियों पर आवश्यक अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए
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🕊 गौमाता रक्षा अभियान – बिजनौर उत्तर प्रदेश