डेयरी प्लॉट हासिल करने के लिए नगर निगम की ओर से संचालकों को आखिरी मौका,
डेयरी प्लॉट हासिल करने के लिए नगर निगम की ओर से संचालकों को आखिरी मौका,
15 दिन के अंदर-अंदर प्लॉट अलॉटमेंट के लिए धरोहर राशि के साथ करें आवेदन- जसपाल सिंह गिल, संयुक्त आयुक्त।
परियोजना स्थल पर बिजली-पानी व सड़कों जैसी हर सुविधा है मौजूद, डेयरी संचालक प्लॉट अलॉटमेंट के लिए ड्रा में लें भाग।
करनाल 12 जून, शहर में अनाधिकृत रूप से पशु डेयरी का संचालन कर रहे ऐेसे लोग जिन्होंने अब तक पिंगली स्थित डेयरी शिफ्टिंग स्थल पर डेयरी प्लॉट के लिए आवेदन नहीं किया है, उन्हें 15 दिन का समय देकर नगर निगम ने आखिरी मौका दिया है, जिसमें कहा गया है कि यदि इस अवधि में भी डेयरी संचालक डेयरी प्लॉट के लिए आवेदन नहीं करेंगे, तो नगर निगम अधिनियम 1994 के प्रावधानों के तहत उनकी डेयरी सील व पशु जब्त करने जैसी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। प्लॉट लेने के लिए संचालकों को आवेदन के साथ 50 हजार रूपये की धरोहर राशि नगर निगम कार्यालय में जमा करवानी होगी। यह जानकारी नगर निगम के संयुक्त आयुक्त जसपाल सिंह गिल ने दी।
उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा शहर से बाहर पिंगली में करीब 20 एकड़ भूमि पर डेयरी परियोजना विकसित की गई है। हालांकि परियोजना कई साल पहले लागू की गई थी, लेकिन डेयरी संचालकों की शिकायत थी कि वहां बिजली-पानी जैसी सुविधाएं मुहैया हों, तो डेयरी शैडो का निर्माण सम्भव होगा। डेयरी संचालकों की मांग पर नगर निगम ने गौर किया और वहां न केवल चौड़ी सड़कें, बिजली, पानी, सीवरेज व बरसाती पानी निकासी की व्यवस्था की, बल्कि प्लॉटों की नींव भरने के बाद उसमें 3 फुट तक मिट्टी की भरपाई भी करवाई जा रही है। मुख्य द्वार पर एक बड़ा स्लाईडिंग गेट भी लगवाया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि उपरोक्त सुविधाओं का फायदा उठाकर काफी डेयरी संचालकों ने डेयरी निर्माण शुरू किया। उन्होंने बताया कि इस समय डेयरी शिफ्टिंग स्थल पर 26 डेयरियां स्थानांतरित हो चुकी हैं और 47 डेयरियां का निर्माण मुकम्मल हो गया है। उन्होंने बताया कि 23 डेयरियों का लेंटर डल चुका है तथा 38 की डीपीसी डल गई है। इसके अतिरिक्त 62 प्लॉटों में 3 फुट मिट्टी की भरपाई भी करवाई जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि भविष्य में चारे व अन्य पशुपालन से सम्बंधित दुकाने तथा पशु चिकित्सालय के निर्माण का प्रावधान भी परियोजना में शामिल है। इसके अतिरिक्त गोबर गैस प्लांट तथा चिलिंंग प्लांट लगाए जाने की भी योजना है। उन्होंने कहा कि परियोजना स्थल पर डेयरी संचालकों को उनसे सम्बंधित हर सम्भव सुविधा नगर निगम की ओर से मुहैया करवाई जाएगी।
संयुक्त आयुक्त ने बताया कि डेयरी प्लॉट की अलॉटमेंट के लिए वर्ष 2015-16 से नगर निगम आवेदन आमंत्रित कर रहा है। नगर निगम द्वारा तीन बार ड्रॉ ऑफ लॉट के माध्यम से डेयरी प्लॉटों की अलॉटमेंट की गई थी, इसमें 141 डेयरी संचालकों को मौके पर ही प्लॉट आबंटित किए गए थे। स्थल पर इन सभी प्लॉटों की निशानदेही और नम्बर लगा दिए गए थे, ताकि उन्हें प्लॉट पर निर्माण करने में किसी प्रकार की दिक्कत न आए।
उन्होंने ऐसे सभी डेयरी संचालकों से अपील करते कहा है कि जिन्होंने प्लॉट लेने के लिए अभी तक आवेदन नहीं किया है और शहर में अनाधिकृत रूप से डेयरियों को संचालन कर रहे हैं, उन्हें 15 दिन का अंतिम अवसर दिया जा रहा है कि वह अलॉटमेंट के लिए धरोहर राशि के साथ नगर निगम करनाल कार्यालय में अवेदन करें, ताकि जिन डेयरी संचालकों ने पहले से आवेदन किया हुआ है, सभी को प्लॉटों की अलॉटमेंट की जा सके। उन्होंने बताया कि फिलहाल 87 प्लॉट अलॉटमेंट के लिए शेष हैं। उन्होंने कहा कि पशु डेयरियों का शहर से पिंगली डेयरी स्थानांतरण स्थल पर जाना शहर के लिए सुविधाजनक होगा। क्योंकि डेयरियों से निकलने वाले मल के कारण बरसाती नाले व सीवरेज चौक हो जाते हैं, जिससे बारिश के दिनों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न होती है और शहर की सफाई व्यवस्था भी बाधित होती है।