इमरजेंसी में डॉक्टर गायब, मरीज की तड़प-तड़प कर मौत
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इमरजेंसी में डॉक्टर गायब, मरीज की तड़प-तड़प कर मौत
📝 संवाददाता: अमीन अहमद | AIRA News Network
बिजनौर: जिला मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। इलाज के अभाव में झालू कस्बा, मोहल्ला रामलीला निवासी युवती काजल की मौत हो गई।
मामला तब का है जब काजल को गंभीर हालत में जिला मेडिकल कॉलेज की आपातकालीन (Emergency) इकाई में लाया गया। लेकिन वहाँ मौजूद ईएमओ (इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर) की गैरमौजूदगी ने एक और निर्दोष जान की ले ली।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अस्पताल की इमरजेंसी में पहले से ही मरीजों की भीड़ थी। ऐसे में जब काजल को लाया गया, तो इलाज के लिए कोई डॉक्टर मौके पर मौजूद नहीं था। बताया गया कि डॉक्टर पोस्टमार्टम के लिए चले गए थे, और काफी देर तक वापस नहीं लौटे।
डॉक्टर के इंतज़ार में काजल की हालत बिगड़ती चली गई, और आखिरकार उसने दम तोड़ दिया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
🔴 प्रमुख सवाल:
इमरजेंसी में डॉक्टर की गैरहाज़िरी क्यों?
क्या पोस्टमार्टम प्राथमिकता है या ज़िंदा मरीज का इलाज?
कितनी और जानें जाएंगी सिस्टम की लापरवाही से?
AIRA News Network प्रशासन से जवाब माँगता है:
क्या बिजनौर का जिला अस्पताल “इलाज का केंद्र” है या “लापरवाही का अड्डा”?
🕯️ काजल को न्याय दिलाने की जरूरत है।