इजरायल और फिलिस्तीन युद्ध हेडलाइन और ताजा अपडेट
नई दिल्ली(@RajMuqeet79)
एलिजाबेथ वारेन ने अमेरिका का इजरायल को हथियार भेजने की निंदा की
अमेरिकी सीनेटर एलिजाबेथ वारेन इजरायल को हथियार बेचने की मंजूरी देने के लिए अमेरिका की निति को गलत बताने के बाद,वो आलोचनाओं के घेरे में आ गई हैं, क्योंकि उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने सप्ताहांत में फिलिस्तीनियों के नरसंहार की भी निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि
“एक सुरक्षित क्षेत्र के घोषित होने के बाद भी, शरणार्थी शिविर पर इजरायल द्वारा बमबारी भयानक है, इजरायल का कर्तव्य है कि वह निर्दोष नागरिकों की रक्षा करे और रफाह में शरण लेने वाले फिलिस्तीनियों पर हमला ना करे। नेतन्याहू का रफाह पर हमला बंद होना चाहिए। हमें तत्काल युद्ध विराम की आवश्यकता है,” उन्होंने कहा।
अंतर्राष्ट्रीय संगीतकार “दुआ लिपा” ने ‘इजरायली नरसंहार’ को समाप्त करने का किया आह्वान
दुआ लिपा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने “इजरायली नरसंहार” को समाप्त करने का आह्वान किया।
अंतर्राष्ट्रीय संगीतकार ने मंगलवार को लिखा, “बच्चों को जिंदा जलाना कभी भी उचित नहीं हो सकता।” “पूरी दुनिया इजरायली नरसंहार को रोकने के लिए लामबंद हो रही है। कृपया गाजा के साथ अपनी एकजुटता दिखाएं।
दक्षिणपंथी इजरायली मंत्री ने कब्जे वाले पश्चिमी तट पर गाजा जैसे सैन्य अभियान का आह्वान किया।
“वेस्ट बैंक” में भी गाजा की तरह इजरायली सेना को हमला करना चाहिए:दक्षिणपंथी इजरायली वित्त मंत्री बेज़ेल स्मोट्रिच
दक्षिणपंथी इजरायली वित्त मंत्री बेज़ेल स्मोट्रिच, जो रक्षा मंत्रालय में मंत्री भी हैं, ने बुधवार को कहा कि कब्जे वाले पश्चिमी तट पर फिलिस्तीनी प्रतिरोध समूहों से “गाजा की तरह ही लड़ा जाना चाहिए”। स्मोट्रिच के इस बयान को टाइम्स ऑफ इजरायल ने रिपोर्ट किया और वेस्ट बैंक के गांव तुलकरम के मध्य शेरोन क्षेत्र में इजरायली शहर “बैट हेफर” में छिटपुट गोलीबारी के बाद यह बात उन्होंने कही।अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि बैट हेफर पर किसने गोली चलाई,और इजरायली नेताओं द्वारा की गई बयानबाजी कि यह फिलिस्तीनियों द्वारा की गई थी, अभिंतक इसको सत्यापित नहीं किया जा सका है।स्मोट्रिच ने कहा, “हमें फिलीस्तीनियों को शेरोन में वह नहीं करने देना चाहिए जो उन्होंने 7 अक्टूबर को गाजा सीमा के पास किया था।”उन्होंने कहा, “आतंकवाद को हर जगह से उखाड़ फेंकना होगा, भले ही इसके लिए तुलकरम को गाजा जैसा ही क्यों न बनाना पड़े”। स्मोट्रिच ने आगे कहा कि आने वाले दिनों में फिलिस्तीन “इज़राइल देश के अस्तित्व के लिए ख़तरा” बन जाएगा।
ओमान ने फ़िलिस्तीनी लोगों पर इज़राइली ‘नरसंहार’ की निंदा की
ओमान के विदेश मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा है कि “रफाह में विस्थापित लोगों के शिविरों को निशाना बनाकर” इज़राइल के नए हमलों को सही नहीं ठहराया जा सकता है। बयान में, मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाए से “फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ़ किए गए जानबूझ कर किए हमलों, चल रहे युद्ध अपराधों और नरसंहार को रोकने” के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया है।
सऊदी अरब ने इजरायल के फिलिस्तीन पर ‘लगातार नरसंहार’ की निंदा की
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने रफाह में “रक्षाहीन” लोगों के शिविर पर इजरायल के हमलों की निंदा की और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कार्रवाई करने और “फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ इजरायली कब्जे वाले जगहों पर इसराइली सेना द्वारा किए गए निरंतर नरसंहार” को रोकने का आह्वान किया।आधिकारिक सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार,इजरायल द्वारा अंतरराष्ट्रीय कानून और मानदंडों का घोर उल्लंघन, अंतरराष्ट्रीय देशों की चुप्पी की वजह से हो रहा है जिससे अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों की विश्वसनीयता को दांव पर लगा दिया है” मंत्रालय ने कहा। “सऊदी अरब इस बात पर जोर देता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आज पहले से कहीं अधिक अपनी जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए, फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ नरसंहार को रोकना चाहिए और जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराना चाहिए।”
मेक्सिको ने ICJ में इजरायल के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के नरसंहार केस मामले में शामिल होने की मांग की
मेक्सिको ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) के सामने इजरायल के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के नरसंहार मामले में हस्तक्षेप करने की घोषणा दायर की है, ICJ ने एक प्रेस विज्ञप्ति में घोषणा की।मेक्सिको के इस कदम से वह उन देशों की बढ़ती सूची में शामिल हो गया है, जो इजरायल पर संयुक्त राष्ट्र के 1948 के नरसंहार सम्मेलन का उल्लंघन करने का आरोप लगा रहे हैं।
जनवरी से, कोलंबिया और लीबिया ने भी मामले में शामिल होने की अपनी मंशा जाहिर की था। मिस्र और तुर्की सहित अन्य देशों ने भी कहा है कि वे इसमें शामिल होंगे।
निकारागुआ ने भी ICJ क़ानून के अनुच्छेद 62 के तहत मामले में शामिल होने के लिए आवेदन किया है, जबकि कोलंबिया ने क़ानून के अनुच्छेद 63 के तहत एक अलग तरह के हस्तक्षेप का अनुरोध किया है, जो हस्ताक्षरकर्ताओं को इस मामले में विचाराधीन सम्मेलन के प्रावधानों की व्याख्या करने में न्यायालय की सहायता करने की अनुमति देता है।
अनुच्छेद 63 में कहा गया है कि नरसंहार सम्मेलन का कोई भी हस्ताक्षरकर्ता किसी मामले में हस्तक्षेप कर सकता है क्योंकि यह एक अंतर्राष्ट्रीय संधि है जिसकी व्याख्या सभी पक्षों को प्रभावित करती है। मेक्सिको ने न्यायालय में अपनी घोषणा में इसका हवाला दिया।
हमास ग्रुप ने तुलकरम के पास “बैट हेफ़र” में यहूदी बस्ती पर की गोलीबारी :आईडीएफ
बैट हेफ़र में दो दिनों में यह दूसरी गोलीबारी है, जिसके बाद क्षेत्रीय परिषद के प्रमुख ने इसके लिए उपाय लागू करने का आह्वान किया।हमास ने शेरोन क्षेत्र में बैट हेफ़र के यहूदी समुदाय पर गोलीबारी की, आईडीएफ ने बुधवार को पुष्टि की।
आईडीएफ ने कहा, “कुछ समय पहले, आतंकवादियों ने तुलकरम क्षेत्र से बैट हेफ़र की ओर गोलीबारी की।”बैट हेफ़र में दो दिनों में यह दूसरी गोलीबारी है। मंगलवार को, तुलकरम के आतंकवादियों ने समुदाय पर गोलीबारी की और गोलीबारी की फुटेज भी रिलीज किया है। क्षेत्रीय परिषद के प्रमुख गैलिट शॉल ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने का आह्वान किया और कहा कि “हमारे निवासी चिंता में रहते हैं,”शॉल ने कहा, “हम क्षेत्र में बनी नई परिस्थिति के बारे में हफ्तों से चेतावनी दे रहे थे, और दुर्भाग्य से स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है।” “हम आईडीएफ और इज़राइल राज्य से आह्वान करते हैं कि वे जागें और इन गंभीर घटनाओं के सामने दृढ़ संकल्प और बिना धैर्य के साथ कार्य करें।फिलिस्तीनियों के लिए दिन के उजाले में बिना रोक-टोक के बाड़ के बैरिकेट को पार करना संभव नहीं होना चाहिए और उनके लिए बार-बार हमारी बस्तियों पर गोली चलाना,ये सामान्य अतिथि नही है शॉल ने कहा।”हमें बहुत देर होने से पहले तुरंत आवश्यक कदम उठाने चाहिए, सुनिश्चित करें कि आईडीएफ सैनिक और सुरक्षा गार्ड नियमित रूप से क्षेत्र में मौजूद रहें; साथ ही दीवार से परे एक बफर ज़ोन स्थापित करें, जो उन्हें बैट हेफ़र के पास जाने से रोकेगा।”एमके गिदोन सा’आर ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा: “तुलकरम से बैट हेफ़र की ओर गोलीबारी असहनीय है और इसके लिए तत्काल और प्रभावी प्रतिक्रिया की आवश्यकता है।”
ब्राजील ने इजराइल से अपने राजदूत को वापस बुलाया: एएफपी की रिपोर्ट
ब्राजील ने इजराइल से अपने राजदूत को वापस बुलाया है,राजनयिक सूत्रों ने एजेंसी फ्रांस-प्रेस (एएफपी) को यह जानकारी दी।ब्राजील के राजदूत फ्रेडरिको मेयर को वापस बुलाने का फैसला ब्राजील और इजराइल के बीच गाजा पर हमलों और फरवरी में युद्ध को लेकर दोनो देशों के बयानों के कारण आए तनाव के बीच लिया गया है।एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार वापस बुलाए गए राजदूत को तुरंत बदलने की कोई योजना नहीं है।
अल्जीरिया के गाजा में तत्काल युद्ध विराम के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव पर अमेरिका का वीटो
एसोसिएटेड प्रेस (एपी) की रिपोर्ट के अनुसार, अल्जीरिया ने गाजा में तत्काल युद्ध विराम की मांग करते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पेश किया था जिसमें इजराइल को दक्षिणी शहर रफाह पर हमला बंद करने का आदेश देना था।एपी द्वारा प्राप्त प्रस्तावित प्रस्ताव में सभी पक्षों से युद्ध विराम की घोषणा होने पर उसका सम्मान करने को कहा गया , तथा 7 अक्टूबर को बंधक बनाए गए सभी लोगों को तत्काल रिहा करने का भी आह्वान किया गया था।
इसमें कहा गया है कि “गाजा में भयावह स्थिति क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए “खतरा है”। इसमें “गाजा पट्टी में फैल रहे अकाल” तथा रफाह में दस लाख से अधिक विस्थापित फिलिस्तीनियों की पीड़ा पर भी प्रकाश डाला गया था।संयुक्त राष्ट्र में अल्जीरिया के राजदूत अमर बेंडजामा ने संवाददाताओं को बताया कि मसौदा आज शाम 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद को भेजा गया था।संयुक्त राष्ट्र में चीनी राजदूत फू कांग ने संवाददाताओं से कहा: “हमारी आशा है कि यह यथाशीघ्र किया जाए,क्योंकि बहुत लोगों का जीवन खतरे में है।” लेकिन अमेरिका ने गाजा में युद्ध विराम के लिए आह्वान करने वाले कई प्रस्तावों पर वीटो लगा दिया है। अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने अल्जीरियाई प्रस्ताव पर टिप्पणी करते हुए कहा: “हम इसे देखने का इंतजार कर रहे हैं और फिर हम इस पर प्रतिक्रिया देंगे।”
इजराइल के मंत्री बेनी गैंट्ज़ के इस्तीफ़ा देने की उम्मीद: हारेत्ज
इजरायली विपक्षी नेता यायर लैपिड ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कैबिनेट सदस्य बेनी गैंट्ज़ “सरकार से इस्तीफ़ा देंगे”, इजराइली हारेत्ज़ समाचार वेबसाइट ने रिपोर्ट की।लैपिड ने विपक्षी नेताओं एविगडोर लीबरमैन और गिदोन सा’आर के साथ बैठक के बाद यह बयान दिया, तीनों नेताओं ने “सरकार को बदलने की योजना” पर सहमति जताई है।
फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसाइटी (PRCS) की टीमों को अल-मवासी के अस्पताल से निकाला गया
फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसाइटी (PRCS) के कर्मचारियों को अल-मवासी क्षेत्र में स्थित अल-कुद्स फील्ड अस्पताल से निकाला गया, जो फिलिस्तीनियों के लिए “सुरक्षित क्षेत्र” के रूप में नामित है।
X पर एक पोस्ट में, PRCS ने कहा कि यह कदम “इजरायली कब्जे से बढ़ते खतरे के स्तर, इसके आसपास के क्षेत्र में निरंतर हमले और हवाई बमबारी और आसपास के क्षेत्र से निवासियों की पूरी तरह से “हटाने” के मद्देनजर उठाया गया है।अब तक 7 अक्टूबर से मारे गए PRCS सदस्यों की संख्या बढ़कर 30 हो गई, जिसमें कम से कम 17 ड्यूटी के दौरान मारे गए हैं।
रफाह क्रॉसिंग के फिर से खुलने का कोई संकेत नहीं है: फिलिस्तीनी मंत्री
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्री माजिद अबू रमदान ने कहा कि इजरायल की ओर से “कोई संकेत” नहीं मिला है कि रफाह क्रॉसिंग, जिस पर गाजा में जरूरी मानवीय सहायता के समान भेजने के लिए अत्यधिक निर्भरता है, को जल्द ही फिर से खोला जाएगा।”चूंकि यह बंद था, इसलिए हमें कोई संकेत नहीं है कि इजरायल इसे जल्द ही खोलना चाहेगा,” मंत्री ने जिनेवा में विश्व स्वास्थ्य सभा के दौरान संवाददाताओं से कहा।
इजरायली सेना ने कहा कि उसने गाजा और मिस्र के बीच एकमात्र बचा रास्ता , राफा क्रॉसिंग को फिलिस्तीनी “नियंत्रण” से ले लिया था। सेना ने कहा कि उसकी 401वीं बख्तरबंद ब्रिगेड ने रात भर चले सैन्य अभियान के बाद दक्षिणी गाजा में क्रॉसिंग पर कब्जा कर लिया था।क्रॉसिंग पर ध्वज स्तंभों पर अब इजरायली ध्वज फहराया गया है, जबकि फिलिस्तीनी ध्वज को खींच कर जमीन पर गिर दिया गया।
गाजा अब ‘अकालग्रस्त’ देश बन गया है:फिलिस्तीनी मानवाधिकार संगठन
फिलिस्तीनी एनजीओ और यूनियनों ने एलान कर दिया है कि घेराबंदी की गई गाजा पट्टी पर सामान और जरूरी चीजों को मुहैया ना कराने से अब फिलिस्तीन “अकालग्रस्त क्षेत्र” हो गया है। सम्मेलन डेर अल-बलाह में फिलिस्तीनी एनजीओ नेटवर्क (पीएनजीओ) के निदेशक अमजद शावा द्वारा रामल्लाह में आयोजित किया गया था।शावा ने कहा कि जिन टेंटों में लोग शरण लिए हुए हैं, उनमें कच्चा सीवेज बह गया है, जिसके कारण लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है
शावा ने कहा कि स्थिति हर पल और बिगड़ती जा रही है और “इजरायली युद्धक विमानों द्वारा निर्मम, निर्दयी बमबारी” से स्थिति और खराब हो गई है। फिलिस्तीनी एनजीओ के निदेशक मुहम्मद ईदा ने कहा कि गाजा अब एक “अकालग्रस्त” क्षेत्र है क्योंकि इजरायली नरसंहार युद्ध आठवें महीने में प्रवेश कर गया है”। “बहुत से शव अभी भी खंडहरों के नीचे फंसे हुए हैं,” उन्होंने कहा, ” कुछ शव अभी भी सड़कों पर बिखरे हुए हैं।” “इजरायल का लक्ष्य लोगों को भूखा रखकर उन्हें गाजा पट्टी से बाहर निकालना है” उन्होंने आगे कहा। हमास ने युद्ध के बाद गाजा के भविष्य को लेकर ‘लचीलापन’ व्यक्त करने की बात कही 2 घंटे पहले हमास की नीतियों के बारे में जानकारी रखने वाले एक वरिष्ठ फिलिस्तीनी सूत्र ने मिडिल ईस्ट आई को बताया कि हमास गाजा के भविष्य के शासन के बारे में “लचीलापन” दिखाने के लिए तैयार है, बशर्ते युद्ध से तबाह इस क्षेत्र पर शासन करने का निर्णय अन्य फिलिस्तीनी गुटों द्वारा सहमत हो और इसे संयुक्त राज्य अमेरिका या इजरायल द्वारा थोपा न जाए। विषय की संवेदनशील प्रकृति के कारण नाम न बताने की शर्त पर सूत्र ने यह भी कहा कि हमास को लगता है कि इजरायल के रूप में शक्ति का संतुलन उसके पक्ष यानि फिलिस्तीन में “झुक रहा” है।
गाजा में सेना अभियान कई वर्षों तक जारी रहेंगे: इसराइली कैबिनेट
इजरायल के युद्ध कैबिनेट में मंत्री गादी ईसेनकोट ने कहा कि गाजा में “महत्वपूर्ण स्थिरता के लिए तीन से पांच साल लगेंगे”, इसके बाद वहां नई सरकार बनाने में “कई और” साल लगेंगे।
“जो कोई भी कहता है कि हम रफाह में कुछ बटालियनों बंद कर देंगे और फिर अपहृत लोगों को वापस कर देंगे, वह एक गलत भ्रम फैला रहा है – यह एक बहुत अधिक जटिल घटना है,” ईसेनकोट ने इजरायल के आर्मी रेडियो के हवाले से कहा।
इजरायली सेना ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में चार छात्रों को गिरफ्तार किया
फिलिस्तीनी सूत्रों ने अल जजीरा इंग्लिश को बताया कि इजरायली सैनिकों ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक के “सर्रा” शहर में एक स्कूल पर छापा मारने के बाद चार छात्रों को गिरफ्तार किया है।
नब्लस शहर के पश्चिम में गिरफ्तार किए गए छात्रों के नाम माजिद मुहम्मद माजिद अस्थमा, असीम जिदान तौफीक घनेम, याकूब महमूद याकूब घनेम और मोआतसिम अली महमूद तुराबी हैं।