इजरायल और फिलस्तीन की खास खबर पर एक नजर

रफाह में आखरी हॉस्पिटल “कुवैत अस्पताल” भी बंद
नई दिल्ली(@RajMuqeet79)कुवैत हॉस्पिटल के निदेशक ने कहा कि रफाह में कुवैत अस्पताल को बंद कर दिया गया है , क्योंकि सोमवार को इजरायली हमलों में इसके दो कर्मचारी मारे गए थे।
सुहैब अल-हम्स ने एक बयान में कहा, “रफाह प्रांत में दुश्मन द्वारा सैन्य अभियान के दौरान अस्पताल के आसपास के इलाकों पर बार-बार और जानबूझकर किए गए हमलों के कारण, जिनमें से सबसे हालिया हमला अस्पताल के गेट को निशाना बनाकर किया गया था, जिसके कारण अस्पताल में काम करने वाले दो कर्मचारियों की मौत हो गई , साथ ही पिछले हमले में 5 चिकित्सा कर्मचारी घायल हो गए थे, इसलिए हमको मजबूरी में कुवैत स्पेशलाइज्ड अस्पताल को बंद करना पड़ा है।
अल्जीरिया ने रफाह नरसंहार पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक का अनुरोध किया
अल्जीरिया ने अनुरोध किया कि रफाह में विस्थापित फिलिस्तीनियों के शिविर पर इजरायली हमलों पर चर्चा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा बैठक हो, जिसमें कम से कम 45 लोग मारे गए थे। यह बैठक बंद कमरे में होगी, जिसका अर्थ है कि किसी भी प्रस्ताव पर विटो नहीं किया जा सकता।
यूएस सेंटकॉम ने कहा कि उसने लाल सागर के ऊपर ड्रोन को मार गिराया
यूएस सेंट्रल कमांड ने एक बयान जारी कर कहा कि उसने यमन के हूथी विद्रोही द्वारा लॉन्च किए गए एक मानव रहित हवाई सिस्टम (यूएएस) को नष्ट कर दिया है।सेंटकॉम ने एक्स पर एक पोस्ट में इसकी जानकारी दिया है।हूथी द्वारा सोमवार को लाल सागर और हिंद महासागर में तीन जहाजों को निशाना बनाने के साथ-साथ लाल सागर में दो अमेरिकी जहाजों को निशाना बनाने की घोषणा के बाद की गई है।
सहायता ट्रक गाजा पहुंचे, लेकिन कोई डिलीवरी नहीं हुई
सोमवार की सुबह 100 से अधिक सहायता ट्रक गाजा पहुंचे, लेकिन इजरायली हमले के बीच कोई भी सामान बांटा नही जा सका, रॉयटर्स ने कई अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए बताया।
सूत्रों ने कहा कि केरेम शालोम क्रॉसिंग से सहायता को फिर से भेजने के लिए एक समझौते के बाद सहायता भेजी गई थी।मिस्र के सुरक्षा सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि 123 सहायता ट्रकों ने सीमा पार कर संयुक्त राष्ट्र को सामान सौंप दिया है। एक इज़रायली सूत्र ने पुष्टि की कि सहायता सामान को गाजा की ओर लाया गया है।
नेतन्याहू ने कहा कि राफा पर घातक हमले की जांच की जा रही है
इसराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि रफाह कैंप पर हुए हमले की जांच की जा रही है
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि रफाह पर रविवार को किए गए हवाई हमले में 45 फ़िलिस्तीनी मारे गए थे, जिसका उद्देश्य नागरिकों को हताहत करना नहीं था और इसकी जांच की जाएगी।
नेतन्याहू ने संसद में दिए गए भाषण में कहा कि “दुर्भाग्य से ये हमला कैंप पर हो गया” है जो दुखद है।
उन्होंने कहा, “हम घटना की जांच कर रहे हैं और निष्कर्ष पर पहुंचेंगे क्योंकि यह हमारी नीति है।”
रफाह नरसंहार के बाद अमेरिका ने कहा कि ‘इज़राइल को हमास पर हमला करने का अधिकार है”
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ने फ़िलिस्तीनियों पर इज़रायली हमले पर टिप्पणी की, जिसमें 45 लोग मारे गए हैं, उन्होंने कहा कि इज़रायल को नागरिकों की सुरक्षा के लिए “हर एहतियात बरतना चाहिए”,लेकिन इज़रायल को “हमास पर हमला करने का अधिकार है”।रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, प्रवक्ता ने कहा, “इज़राइल को हमास पर हमला करने का अधिकार है, और हमें मालूम हुआ है कि इस हमले में हमास के दो वरिष्ठ आतंकवादी मारे गए हैं, जो इज़रायली नागरिकों के खिलाफ़ हमलों के लिए ज़िम्मेदार हैं।” “हम जमीनी स्तर पर आईडीएफ के साथ मिलकर यह आकलन कर रहे हैं कि क्या हुआ, और हम समझते हैं कि आईडीएफ जांच कर रहा है।”प्रवक्ता ने हमले से सामने आए फुटेज का उल्लेख करते हुए “जिसमें एक बच्चा शामिल था जिसका सिर उसके शरीर से अलग हो गया था” कहा की अमेरिका की संवेदना निर्दोष लोगों के साथ है।
बचे हुए लोगों ने रफाह शिविर नरसंहार की कहानी सुनाई
रविवार रात को रफाह पर हुए इजरायली हमले में बचे हुए लेयान अल-फयूम ने कहा, “हम शांति से बैठे थे जब हमने अचानक विस्फोट सुना,”यह बिल्कुल अचानक हुआ था। बम बिना किसी चेतावनी के गिरे।”
एक लड़की यह देखने के लिए अपने तंबू से बाहर निकली कि क्या हुआ और उस जगह पर लगी आग को देखकर चौंक गई।”आग की लपटें बहुत बड़ी थीं,”
“हमने तंबू में आग देखी और फिर हमने मृत बच्चे और इंसानी जिस्म के टुकड़े हर तरफ फैले हुए पड़े देखे।”
रफाह हमले के बाद हमास बंधक वार्ता में भाग नहीं लेगा’: हारेत्ज़ की रिपोर्ट
राफा में नागरिक शिविर पर इजरायली हमले के बाद हमास के नेता बंधक वार्ता में भाग नहीं लेंगे, इजरायली हारेत्ज़ ने हमास के सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है।
हमास ने अपने निर्णय के बारे में मध्यस्थता करने वाले देशों को सूचित कर दिया है।
इससे पहले, इजरायल ने घोषणा की थी कि इस सप्ताह बंधक सौदे के लिए वार्ता आयोजित की जाएगी, लेकिन आगे कोई विवरण नहीं बताया गया था
रफाह में जघन्य नरसंहार से साबित होता है कि इजरायल नागरिकों को निशाना बना रहा है: फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय।
फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने रफाह में नागरिकों के शिविर पर इजरायली हमले को “जघन्य नरसंहार” करार दिया है, और इजरायल का समर्थन करने वाले सभी देशों से आह्वान किया है कि वे फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार के खिलाफ “विवेक, नैतिकता और कानून को जगाएं”।
“मंत्रालय ने कहा की वो इस अपराध को नए सबूत के रूप में मानता है जो साबित करता है कि इजरायल का घोषित युद्ध फिलिस्तीनी निर्दोष नागरिकों के खिलाफ है,और गाजा पट्टी में सुरक्षित क्षेत्रों के दावों का खंडन करता है,” इसने कहा।
रफाह में ‘आग लगने’ के कारण नागरिकों की मौत हुई: इजरायली प्रवक्ता
इजरायली सरकार के प्रवक्ता एवी हाइमन ने कहा कि रफाह में एक शिविर पर इजरायली हमले की जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चलता है कि “किसी तरह आग लग गई” जिसके कारण 45 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई।बीबीसी के साथ एक साक्षात्कार में, जिसे हाइमन ने एक्स पर पोस्ट किया, उन्होंने कहा कि इजरायली सेना ” hamas के दो उच्च श्रेणी के कमांडर के पीछे थी, जिनके हाथों “इजरायली और ब्रिटिश खून के सने हुए” थे।उन्होंने कहा कि इजरायली सेना “दुर्घटना की जांच कर रही है ताकि पता चल सके कि वास्तव में क्या हुआ था”।जब उनसे पूछा गया कि क्या इजरायल ने बमबारी वाले क्षेत्र को रफाह में नागरिकों के रहने के लिए “सुरक्षित क्षेत्र” के रूप में नामित किया है, तो हाइमन ने कहा “यह स्पष्ट नहीं है”।
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि विस्थापित फिलिस्तीनियों पर इजरायली हमले में 45 लोग मारे गए हैं, जिनमें 23 महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं, और 249 घायल हुए हैं।





