अटल पार्क प्रकृति प्रेमियों व घूमने-फिरने वालों को दे रहा सुकून के पल- जसपाल सिंह गिल, सम्पदा अधिकारी, एच.एस.वी.पी.
अटल पार्क प्रकृति प्रेमियों व घूमने-फिरने वालों को दे रहा सुकून के पल- जसपाल सिंह गिल, सम्पदा अधिकारी, एच.एस.वी.पी.।
सम्पदा अधिकारी ने अटल पार्क का किया निरीक्षण, व्यवस्थाओं का लिया जायजा, कनिष्ठï अभियंताओं को दिए उचित दिशा-निर्देश।
करनाल 2 जुलाई, शहर का अटल पार्क प्रकृति प्रेमियों व घूमने-फिरने वालों की पहली पसंद बना हुआ है और लोगों को काफी सुकून भी दे रहा है। पार्क के भव्य गेट, खूबसूरत हरियाली, बैठने के लिए सुंदर गैजिबो और वाटर बॉडी, सुबह-शाम, घूमने-फिरने वालों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। पर्यावरणीय दृष्टि से इस पार्क का खास महत्व है। मंगलवार को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सम्पदा अधिकारी जसपाल सिंह गिल ने सम्बंधित कर्मचारियों के साथ अटल पार्क का दौरा किया तथा पार्क में मौजूद व्यवस्थाओं को जायजा लिया और अपनी संतुष्टिï जाहिर की।
दौरे के पश्चात उन्होंने बताया कि बीते दिनों तेज आंधी व तूफान आने के कारण पार्क में मौजूद कुछ विद्युत खम्बे गिर गए थे, जिस कारण पार्क में पानी व लाईट की कुछ समस्या उत्पन्न हो गई थी। परंतु अब इन्हें दुरूस्त कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पार्क में सैट-सपाटे के लिए आने वाले लोगों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए पार्क में 3 नए वाटर कूलर लगाए गए हैं। दो वाटर कूलर नजदीक होने के कारण उन्होंने एक वाटर कूलर को उचित दूरी पर रखने के निर्देश दिए, ताकि सभी लोगों को इनका लाभ मिल सके। उन्होंने निर्देश दिए कि पार्क में सदैव हरियाली बनी रहे, इसके लिए समय-समय पर पानी देते रहें। घास की कंटिंग व पौधों की ट्रीमिंग का कार्य भी समय पर होना चाहिए। दौरे के दौरान पार्क की साफ-सफाई का भी निरीक्षण किया गया। इस दौरान करीब 15 सफाई कर्मचारी काम में लगे मिले। उन्होंने मौके पर मौजूद सुपरवाईजर को निर्देश दिए कि सफाई कार्य में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, पार्क की नियमित तौर पर सफाई की जाए।
उन्होंने बताया कि पूरे पार्क में रोशनी की भी उचित व्यवस्था की गई है। इसके लिए सोलर प्रणाली से जुड़ी 15 हाई मास्ट लाईटें लगी हुई हैं, जो स्वत: ही ऑन-ऑफ होती हैं। इसके अतिरिक्त 4 हाई मास्ट लाईटें और 200 डेकोरेटिव लाईटें भी पार्क में मौजूद हैं, जो पार्क की खूबसूरती में चार चांद लगाती हैं। सुरक्षा की दृष्टिï से पार्क में 8-8 घण्टें की शिफ्ट में तीन चौकीदार तैनात किए गए हैं। पुरूष एवं महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय मौजूद हैं। पार्क की एंट्री पर मौजूद वाटर बॉडी में भी पानी भरा जा रहा है, उन्होंने चालू सप्ताह में ही इसमें मौजूद फव्वारे चालू करने के निर्देश दिए। पार्क में विभिन्न जगहों पर पक्षियों के पीने के लिए मिटï्टी के बर्तनों में पानी भर कर रखा गया है।
निरीक्षण के पश्चात सम्पदा अधिकारी ने मौके पर मौजूद कनिष्ठï अभियंताओं को निर्देश दिए कि पार्क का उचित रख-रखाव सुनिश्चित किया जाए। सम्बंधित कर्मचारी नियमित साईट विजिट कर इसकी जांच करते रहें। कोई भी खराबी मिले, तो उसे तुरंत प्रभाव से दुरूस्त करवाया जाए। उन्होंने सुपरवाईजर को रोजाना रिपोर्ट पेश करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पार्क का किसी भी समय औचक निरीक्षण किया जा सकता है, कोई भी खामी नहीं मिलनी चाहिए।
उन्होंने नागरिकों से भी अपील करते कहा कि यह लोगों का अपना पार्क है, इसे साफ-सुथरा रखें। पार्क में मौजूद फूल-पौधे, बैंच व झूलें इत्यादि को किसी प्रकार का नुकसान न पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि पार्क को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण का सहयोग करें।
48 एकड़ में फैला है विशाल अटल पार्क- सम्पदा अधिकारी जसपाल सिंह गिल ने बताया कि नेशनल हाईवे-44 के साथ लगता विशाल अटल पार्क 48 एकड़ क्षेत्रफल में फैला है। इसका नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपयी के नाम पर रखा गया था और बीती 25 दिसम्बर 1999 को वाजपयी जी के जन्म दिवस पर यह जनता को समर्पित हुआ था। मौजूदा सरकार की ओर से पार्क में अटल बिहारी वाजपयी की एक विशाल मूर्ति भी स्थापित की गई है। उन्होंने बताया कि अटल पार्क प्रदेश के अन्य पार्कों की तुलना में कहीं ज्यादा आकर्षक है, क्योंकि इसमें वर्षभर हरे-भरे रहने वाले पेड़-पौधो की बहुतायत है, जो पार्क को सुंदरता, विचरण करने वालों को छाया और पक्षियों को आश्रय प्रदान करते हैं। करीब 2 दशक पहले हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की ओर से इसका डिजाईन तैयार कर निर्माण करवाया गया था, जिसमें झीलनुमा वाटर बॉडी, फुटपाथ, माउंट, ओपन एयर जिम तथा बच्चों के झूले लगाए गए थे। बता दें कि एच.एस.वी.पी. की ओर से वसंत ऋतु के मौके पर यहां कई सालों से एक फूल मेले का आयोजन भी किया जाता है, जिसकी रौनक देखते ही बनती है। मेले में आने वाले लोग प्रकृति की अनुपम नेमत रंग-बिरंगे फूलों के सौंदर्यबोध से रूबरू होते हैं।